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World Tourism Day 2021: थमी पर्यटकों की रफ्तार पर नहीं रुका पर्यटन केंद्रों का विस्तार

गोरखपुर मंडल के गोरखपुर देवरिया कुशीनगर व महराजगंज ज‍िले में दर्जनों ऐसे दर्शनीय स्थल पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो गए जो क्षमता होने के बावजूद भी पर्यटकों का ध्यान आकर्षित नहीं कर पाते थे। यहां रामगढ़ताल के किनारे मुंबई के मरीन ड्राइव सा लुत्फ उठाया जा सकता है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 01:30 PM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 01:30 PM (IST)
World Tourism Day 2021: थमी पर्यटकों की रफ्तार पर नहीं रुका पर्यटन केंद्रों का विस्तार
गोरखपुर में पयर्टन स्‍थलों का का लगातार व‍िकास हो रहा है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, डा. राकेश राय। कोरोना संक्रमण के चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश में पर्यटकों के आने के रफ्तार तो थम गई लेकिन यह महामारी पर्यटन केंद्रोंं के विस्तार को नहीं रोक सकी। गोरखपुर मंडल के सभी चार जिलों (गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर व महराजगंज) की बात करें तो इस दौरान दर्जनों ऐसे दर्शनीय स्थल पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो गए, जो क्षमता होने के बावजूद भी पर्यटकों का ध्यान आकर्षित नहीं कर पाते थे। अब यहां रामगढ़ताल के किनारे मुंबई के मरीन ड्राइव सा लुत्फ उठाया जा सकता है तो चिडिय़ाघर की सैर कर शेर की दहाड़ भी सुनी जा सकती थी।

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45 करोड़ रुपये की लागत से तैयार वाटर स्पोट्स कांप्लेक्स जल मनोरंजन के लिए बनकर लगभग तैयार है। ताल में सी-प्लेन उतारने की भी तैयारी है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष प्रयास से बीते साढ़े चार साल के दौरान गोरखपुर मंडल में पर्यटन विकास के क्षेत्र में 500 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं मूर्त रूप ले चुकी हैं जबकि सवा सौ करोड़ से अधिक का कार्य प्रगति पर है।

घरेलू पर्यटकों पर है पर्यटन विभाग का जोर

कोविड के चलते विदेशी पर्यटकों की आवक थम जाने से पर्यटन विभाग घरेलू पर्यटकों को लुभाने पर जोर दे रहा है। इसके लिए पर्यटन विभाग की वेबसाइट के माध्यम से पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसके लिए विभाग टूर और ट्रेवेल एजेंसियों और होटलों से संपर्क साध रहा है। पर्यटन स्थलों की वीडियो फिल्म बनाकर उसे वेबसाइट पर अपलोड कर रहा है।

कोरोना के चलते 50 फीसद कम हो गई पर्यटकों की आवक

पर्यटकों के आवक के आंकड़ों की बात करें तो कोरोना के चलते 2019 के मुकाबले 2020 में विदेशी पर्यटकों के आवक में करीब 80 फीसद तो घरेलू पर्यटकों की आवक में 51 फीसद की कमी आई है। 2020 जैसी स्थिति भी 2021 की भी है। इसे लेकर आंकड़ा तैयार किया जा रहा है।

हर विधानसभा क्षेत्र बन रहा एक पर्यटन केंद्र

मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत सभी विधानसभा क्षेत्र के एक-एक दर्शनीय स्थल को करीब 50 लाख रुपये की लागत पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन स्थलों का चयन स्थानीय विधायक ने किया है।

गोरखपुर के नए पर्यटन स्थल और लागत (लगभग)

चिडिय़ाघर : 259 करोड़

राप्ती नदी के घाट : 47 करोड़

गोरखनाथ मंदिर में लाइट एंड साउंड शो : 6.29 करोड़

रामगढ़ ताल में लाइट एंड साउंड शो : 7 करोड़

नीमेश्वर महादेव मंदिर : 2.13 करोड़

शहीद स्मारक, चौरी चौरा : 3.12 करोड़

पं. रामप्रसाद बिस्मिल शहीद स्थल : 1.88 करोड़

सूर्यकुंड धाम : 2.59 करोड़

मुंजेश्वरनाथ मंदिर : 5.5 करोड़

मुक्तेश्वरनाथ मंदिर : 2.19 लाख

कालीबाड़ी : 24 लाख

जटाशंकर गुरुद्वारा : 94 लाख

मोहद्दीपुर गुरुद्वारा : 1.76 करोड़

रामगढ़ ताल जेटी : 98 लाख

भरोहिया शिव स्थल : 1.54 करोड़

डोरहिया कलां शहीद स्थल : 82 लाख

तिखरा तालाब : 1.12 करोड़

बैसेहीदेवी मंदिर : 1.52 करोड़

समय माता मंदिर सम्मूखोर : 1.6 करोड़

बरगदही शिव स्थल : 73 लाख

दुर्गा मंदिर बांसगांव : 1.19 करोड़

विश्वकर्मा मंदिर, जटाशंकर : 1.18 करोड़

गोरखपुर मेंं इन स्थलों पर चल रहा काम

गोरखनाथ मंदिर का सुंदरीकरण : 9.5 करोड़

चचाईराम मठ, उरुवा बाजार : 1.59 करोड़

बुढिय़ा माई मंदिर, कुस्मही : 1.5 करोड़

अघोरपीठ : 66 लाख

गीता वाटिका : 2.37 करोड़

कालीबाड़ी मंदिर : 46 लाख

तरकुलहा देवी मंदिर : 2.12 करोड़

वाटर स्पोट््र्स कांप्लेक्स : 45 करोड़

चिुलुआताल : 42 करोड़

नौसढ़-कालेसर बंधे का सुंदरीकरण : 10 करोड़

बुढिय़ामाई मंदिर, जंगल धूसड़ : 1.12 कर्रोड़

गोरख तलैया व कबीर धूनी : 4.9 करोड़

रामलीला मैदान व मानसरोवर मंदिर : 7 करोड़

रामलीला मैदान, बर्डघाट : 4.84 करोड़

शहीद बंधु ङ्क्षसह स्मारक : 76 लाख

कुशीनगर में पर्यटन स्थलों पर हुआ खर्च

पथिक निवास : 2.16 करोड़

बुद्धिस्ट सर्किट : 10 करोड़

देवरिया में पर्यटन स्थलों पर हुआ खर्य

दुग्धेश्वर नाथ मंदिर : 3 करोड़

देवरहा बाबा मंदिर : 1.5 करोड़

दिगंबर नाथ मंदिर : 66 लाख

चतुर्भुज मंदिर : 1.24 करोड़

सोहनाग धाम : 84 लाख

शहीद रामचंद्र विद्यार्थी स्मारक स्थल : 2.10 करोड़

महराजगंज में पर्यटन स्थलों पर हुआ खर्च

गोरखनाथ मंदिर, चौक बाजार : 2.5 करोड़

सोनाड़ी देवी मंदिर : 63 लाख

लेहड़ा देवी मंदिर : 2.98 करोड

बांकी देवी : 47 लाख

करनौती देवी : 47 लाख

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में गोरखपुर और आसपास का क्षेत्र पर्यटन हब के रूप में विकसित हो चुका है। कोरोना के चलते पर्यटकों की आवक कम हुई है लेकिन जैसे-जैसे इस महामारी प्रभाव समाप्त हो रहा है, पयर्टकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। पर्यटन विभाग का जोर अब घरेलू पर्यटकों पर है क्योंकि उनके आकर्षण के लिए गोरखपुर मंडल में दर्जनों पर्यटन केंद्र विकसित हो चुके हैं। - रवींद्र कुमार मिश्रा, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, गोरखपुर।


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