Manish Gupta Murder case: सीबीआइ जांच में बढ़ सकती है आरोपित व गवाहों की संख्या
Manish Gupta Murder case मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच करने गोरखपुर पहुंची सीबीआइ घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गहनता से पड़ताल कर रही है। इस मामले में आरोपितों के साथ ही गवाहों की संख्या बढ़ सकती है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच शुरू होने के बाद से पुलिस महकमे के साथ ही इस केस से जुड़े लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मामले की जांच करने गोरखपुर पहुंची सीबीआइ घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गहनता से पड़ताल कर रही है।इस मामले में आरोपितों के साथ ही गवाहों की संख्या बढ़ सकती है।
डाक्टर व कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है एनक्सी भवन
रामगढ़ताल थाने में मीनाक्षी गुप्ता ने तीन नामजद समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसमें जेएन सिंह, अक्षय मिश्रा, विजय यादव नामजद थे। दारोगा राहुल दूबे, आरक्षी प्रशांत व मुख्य आरक्षी कमलेश यादव का नाम एसआइटी की जांच में सामने आया। जिसके बाद उनके खिलाफ एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया। गोरखपुर पुलिस की मदद से एसआइटी ने आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही इस मामले में 21 लोगों को गवाह बनाया है। एसआइटी की जांच रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद सीबीआइ सभी कड़ी को जोड़ते हुए जांच कर रही है। क्रमवार सभी गवाहों को बारी-बारी से पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। मानसी हास्पिटल, मेडिकल कालेज के डाक्टर व कर्मचारियों को पूछताछ के लिए एनक्सी भवन बुलाया जा सकता है।
होटल के कर्मचारी व सिपाहियों ने नहीं बताया नाम
सीबीआइ ने शनिवार को एनक्सी भवन में रामगढ़ताल थाने में तैनात पुलिसकर्मियों के अलावा होटल कृष्णा पैलेस के कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया था। रात 8.30 बजे तक चली पूछताछ के बाद सभी लोग एक साथ बाहर निकले। सीबीआइ ने क्या बात की यह पूछने पर कहने लगे हम छोटे कर्मचारी हैं। उनसे ही पूछिए।होटल कृष्णा पैलेस के कर्मचारी ने बात करने पर कहा नाम मत पूछिए। सीबीआइ ने आधार कार्ड के साथ फिर बुलाया है। अंदर क्या बात हुई यह नहीं बता सकता।