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गोरखपुर से चलेगी राजधानी एक्‍सप्रेस, एयरपोर्ट से भी बेहतर बनेंगे रेलवे के स्टेशन

आधुनिक यात्री सुविधाएं बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित यात्रा और अच्छी कमाई के लिए रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट के रूप में काम करेंगे। एयरपोर्ट पर यात्रियों को निजी से लेकर सरकारी विमानन कंपनियों तक सुविधाएं मिलती हैं उसी प्रकार रेलवे स्टेशन भी रेल यात्रियों को हाई स्पीड ट्रेन और सुविधाएं मुहैया कराएंगे।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sat, 01 Jan 2022 01:18 PM (IST)Updated: Sun, 02 Jan 2022 09:07 AM (IST)
गोरखपुर से चलेगी राजधानी एक्‍सप्रेस, एयरपोर्ट से भी बेहतर बनेंगे रेलवे के स्टेशन
पूर्वोत्‍तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी को रेलवे बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया है।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रेलवे बोर्ड के नवनियुक्त चेयरमैन और सीईओ विनय कुमार त्रिपाठी ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए जोर दिया कि पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर रूट पर भी राजधानी और वंदे भारत ट्रेनों का संचालन होगा। राजधानी को तो चलना ही है। बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा (425 किमी) मुख्य रेलमार्ग भी 110 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के लायक बन चुका है। 160 किमी प्रति घंटे के लायक बनान की तैयारी चल रही है।

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समय से पूरे किए जाएंगे निर्माण कार्य

एक जनवरी को दिल्ली जाते समय एयरपोर्ट पर दैनिक जागरण से बातचीत में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कई बिंदुओं पर अपनी राय दी और अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा कि विकास की गति को रफ्तार देने के लिए चल रहे निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ समय से पूरे कराएंगे। यात्री सुविधाएं, संरक्षा और सुरक्षा के साथ बेहतर ट्रेन संचालन, खर्चों में कटौती के साथ आय के उपाय खोजना तथा कर्मचारी कल्याण उनकी प्रमुख प्राथमिकताएं हैं।

प्राथमिकताओं से नहीं किया जाएगा कोई समझौता

प्राथमिकताओं से कोई समझौता नहीं करना है। निजीकरण को लेकर रेलकर्मियों के मन में चल रही आशंका के सवाल पर कहा कि कोई निजीकरण नहीं होने जा रहा है। रेलकर्मियों को पूरी तरह आश्वस्त किया कि वे निश्चित रहें। वह शुरू से ही कर्मचारी कल्याण के पक्षधर रहे हैं। अब रेलवे के विकास में कर्मचारियों की योग्यताओं का उपयोग किया जाएगा। यात्री सुविधाओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे के स्टेशन भी एयरपोर्ट की तर्ज पर बनने लगे हैं। बनारस स्टेशन किसी एयरपोर्ट से कम नहीं है।

स्‍टेशनों के विकास में खर्च होगा 12 हजार करोड़

स्टेशनों के विकास के लिए 12 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। किराया को लेकर यात्रियों के मन में बढ़ रहे असंतोष के सवाल पर कहा कि लोगों को अपना माइंडसेट बदलना होगा। हम सामान्य किराए पर बेहतर सुविधाओं के साथ सुरक्षित यात्रा करा रहे हैं। कोविडकाल में भी हमने निर्बाध ट्रेनों का संचालन किया है।

75 वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी तेज, लगेंगे स्लीपर कोच

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि पूर्व घोषित 75 वंदे भारत ट्रेन को संचालित करने की तैयारी तेज कर दी गई है। यह ट्रेन भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में चलाई जाएगी। आम यात्रियों की सहूलियत के लिए वंदे भारत में भी स्लीपर कोच लगाए जाएंगे।


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