गोरखपुर में इंजीनियरों का धरना जारी, कहा-बातचीत होने तक 16 घंटे बंद रखेंगे मोबाइल Gorakhpur News
गोरखपुर में मांगों के समर्थन में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन का धरना जारी है। बातचीत होने तक आंदोलन चलता रहेगा।
By Edited By: Published: Wed, 21 Aug 2019 10:01 AM (IST)Updated: Wed, 21 Aug 2019 10:04 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन का मांगों के समर्थन में आंदोलन जारी है। मोहद्दीपुर स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय के सामने इंजीनियरों ने धरना दिया। ग्रेड वेतन वर्ष 2006 से लागू करने, नियमित अंतराल पर एसडीओ, एक्सईएन व अधीक्षण अभियंता का वेतनमान देने, विद्युत कर्मचारी सुरक्षा अधिनियम बनाने समेत अन्य मांगों को जेई और प्रोन्नत एसडीओ धरने पर बैठे हैं। संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेंद्र नाथ भारती ने कहा कि जब तक प्रबंधन हमें बातचीत के लिए नहीं बुलाएगा तब तक हम वर्क टू रूल के अंतर्गत काम करेंगे।
इसके तहत शाम पांच बजे से सुबह नौ बजे तक सभी जेई और प्रोन्नत एसडीओ के सीयूजी नंबर बंद रहेंगे। प्रचार सचिव प्रमोद यादव ने कहा कि हम उपभोक्ताओं के दिन-रात काम करते हैं। आंधी-बारिश, ठंड में भी बिजली आपूर्ति सुचारु बनाए रखने के लिए पूरी कोशिश करते हैं लेकिन प्रबंधन हमारी जायज मांगों को मानना तो दूर इस पर बात भी नहीं करना चाहता है। हमारी आवाज को हमेशा दबा दिया जा रहा है इसलिए हमें मजबूरी में आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा है। जितेंद्र नाथ और शिवम चौधरी ने कहा कि अवर अभियंता बिजली व्यवस्था की रीढ़ हैं पर संसाधनों की कमी के कारण निर्बाध आपूर्ति के सभी प्रयासों पर पानी पड़ जाता है।
प्रबंधन से संसाधनों की मांग की जाती है लेकिन इसे उपलब्ध नहीं कराया जाता है। आपूर्ति में व्यवधान होने पर उपभोक्ताओं की नाराजगी का शिकार अवर अभियंताओं को होना पड़ता है। संचालन संगठन सचिव दीपक गुप्ता ने किया। इस दौरान योगेश सिंह, मुकेश पटेल, प्रदीप कुमार सिंह, जवाहर कुमार, रविप्रताप सिंह, अशोक कुमार, अन्नू आनंद, रविंद्र कुमार, आरके यादव, दुर्गविजय प्रसाद, सत्येंद्र कुमार, मोतीलाल, राजीव कुमार, मनोज कुमार, मनोज यादव, रामप्रकाश गुप्ता, सूर्यनाथ आदि मौजूद रहे।
यह है मांग
अवर अभियंता का ग्रेड वेतन 46 सौ को एक जनवरी 2006 से लागू किया जाए। अवर अभियंताओं को पहले की तरह नौ वर्ष में सहायक अभियंता, 14 वर्ष में अधिशासी अभियंता और 19 वर्ष में अधीक्षण अभियंता का वेतनमान दिया जाए। विद्युत कर्मचारी सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाए।सामग्री की प्राक्कलन स्वीकृति दी जाए। निर्बाध आपूर्ति के लिए संसाधन और मैनपॉवर दिया जाए।
इसके तहत शाम पांच बजे से सुबह नौ बजे तक सभी जेई और प्रोन्नत एसडीओ के सीयूजी नंबर बंद रहेंगे। प्रचार सचिव प्रमोद यादव ने कहा कि हम उपभोक्ताओं के दिन-रात काम करते हैं। आंधी-बारिश, ठंड में भी बिजली आपूर्ति सुचारु बनाए रखने के लिए पूरी कोशिश करते हैं लेकिन प्रबंधन हमारी जायज मांगों को मानना तो दूर इस पर बात भी नहीं करना चाहता है। हमारी आवाज को हमेशा दबा दिया जा रहा है इसलिए हमें मजबूरी में आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा है। जितेंद्र नाथ और शिवम चौधरी ने कहा कि अवर अभियंता बिजली व्यवस्था की रीढ़ हैं पर संसाधनों की कमी के कारण निर्बाध आपूर्ति के सभी प्रयासों पर पानी पड़ जाता है।
प्रबंधन से संसाधनों की मांग की जाती है लेकिन इसे उपलब्ध नहीं कराया जाता है। आपूर्ति में व्यवधान होने पर उपभोक्ताओं की नाराजगी का शिकार अवर अभियंताओं को होना पड़ता है। संचालन संगठन सचिव दीपक गुप्ता ने किया। इस दौरान योगेश सिंह, मुकेश पटेल, प्रदीप कुमार सिंह, जवाहर कुमार, रविप्रताप सिंह, अशोक कुमार, अन्नू आनंद, रविंद्र कुमार, आरके यादव, दुर्गविजय प्रसाद, सत्येंद्र कुमार, मोतीलाल, राजीव कुमार, मनोज कुमार, मनोज यादव, रामप्रकाश गुप्ता, सूर्यनाथ आदि मौजूद रहे।
यह है मांग
अवर अभियंता का ग्रेड वेतन 46 सौ को एक जनवरी 2006 से लागू किया जाए। अवर अभियंताओं को पहले की तरह नौ वर्ष में सहायक अभियंता, 14 वर्ष में अधिशासी अभियंता और 19 वर्ष में अधीक्षण अभियंता का वेतनमान दिया जाए। विद्युत कर्मचारी सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाए।सामग्री की प्राक्कलन स्वीकृति दी जाए। निर्बाध आपूर्ति के लिए संसाधन और मैनपॉवर दिया जाए।
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