बदमाशों ने मुनीब से लूटे 32 लाख, भरपाई में मालिक ने रजिस्ट्री करा ली मुनीब की जमीन Gorakhpur News
गोरखपुर में वसूली कर लौट रहे मुनीब से बदमाशों ने 32 लाख रुपये लूट लिए। इसके बाद दुकान के मालिक ने इन रुपयों की भरपाई के लिए मुनीब की जमीन अपने नाम रजिस्ट्री करा ली। मुनीब के पुत्र ने इसकी शिकायत पुलिस से की है।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर के एक कारोबारी के मुनीब से नौ जनवरी की रात में बदमाशों ने रामगढ़ताल क्षेत्र में 32 लाख रुपये लूट लिए। वसूली करके बस से गोरखपुर पहुंचने थे। रुस्तमपुर में उतरने के बाद पैदल घर जा रहे थे। फोन से मालिक को सूचना दी तो उन्होंने पुलिस को बताने से मना कर दिया। मौके पर पहुंचकर अपने साथ थाने ले गए। जहां चोरी का आरोप लगाते हुए पुलिसकर्मियों ने लाकअप में डाल पिटाई की। लूटी गई रकम के एवज में मालिक को अपनी जमीन रजिस्ट्री करने का दबाव बनाया गया। हामी भरने पर अगले दिन मालिक की अभिरक्षा में छोड़ा गया। मुनीब के बेटे ने एडीजी जोन को पत्र लिखने के साथ ही आइजीआरएस पर शिकायत की है। मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। डीआइजी/एसएसपी मामले की जांच करा रहे हैं।
मुनीब के बेटे ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत
आजाद चौक के रहने वाले रणधीर मिश्र ने आइजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायत में लिखा है उनके पिता एक कारोबारी के यहां 12 साल से मुनीब की नौकरी करते थे। नौ जनवरी को आसपास के जिलों के दुकानदारों से वसूली में मिले 32 लाख रुपये लेकर बस से गोरखपुर पहुंचे। रात 10 बजे रुस्तमपुर में बस से उतरने के बाद झोला में रखे रुपये लेकर पैदल घर जा रहे थे। रास्ते में बाइक सवार दो बदमाशों ने असलहा सटाकर रुपये से भरा बैग छीन लिया। घटना की जानकारी उनके पिता ने कारोबारी को दी तो उन्होंने पुलिस को सूचना न देने को कहा। मौके पर पहुंचने के बाद अपने साथ उनके पिता को थाने ले गए। जहां चोरी का आरोप लगाकर उनके पिता को पीटा गया।
टार्चर कर मनवाई अपनी बात
रुपये के बदले कारोबारी अपनी जमीन रजिस्ट्री करने का दबाव बनाया गया। बात मानने तक टार्चर किया गया। हामी भरने पर अगले दिन कारोबारी की अभिरक्षा में छोड़ा गया। डर की वजह से उनके पिता ने 12 जनवरी को मां के साथ चौरीचौरा जाकर अपनी जमीन कारोबारी को रजिस्ट्री कर दी। थानाध्यक्ष रामगढ़ताल अनिल सिंह ने बताया कि मुनीब को अपने साथ लेकर कारोबारी थाने आए थे। लूट की सूचना देने पर पुलिस ने मौके पर जाकर छानबीन की लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिला। जिसके बाद कारोबारी अपने साथ मुनीब को लेकर चले गए। किसी को थाने में नहीं रखा गया।
मामला गंभीर है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। अगर ऐसा हुआ है तो दोषी पुलिसकर्मियों के साथ ही जमीन बैनामा कराने वाले के खिलाफ कार्रवाई होगी। - जोगेंद्र कुमार, डीआइजी/एसएसपी।