Death certificate: गोरखपुर में जारी प्रमाण पत्रों में शुरू हुआ मौत के कारण का जिक्र, अब तक 12 लोगों को मिला सर्टिफिकेट
नगर निगम क्षेत्र के नर्सिंग होम या घर में हुई मौत पर नगर निगम प्रशासन मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करता है। अब तक मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत के कारणों का कोई उल्लेख नहीं किया जाता था। अब मौत केे कारण का भी जिक्र होने लगा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण से मौत होने पर मृत्यु प्रमाण पत्र में इसका जिक्र भी होने लगा है। नगर निगम प्रशासन ने मौत के कारण के साथ प्रमाण पत्र जारी करना शुरू कर दिया है। इसके लिए सीएमओ कार्यालय से प्रमाण पत्र बनवाना होगा। यदि कोरोना संक्रमण से मौत हुई है तो पहले जारी हो चुके प्रमाण पत्रों में भी संशोधन किया जाएगा।
नगर निगम क्षेत्र के नर्सिंग होम या घर में हुई मौत पर नगर निगम प्रशासन मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करता है। अब तक मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत के कारणों का कोई उल्लेख नहीं किया जाता था। मृतक का नाम, पता, उम्र और मृत्यु की तिथि के आधार पर प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता था। कोरोना संक्रमण से मौत होने पर नगर निगम प्रशासन ने एक रजिस्टर पर मौत के कारणों का जिक्र किया था। हालांकि प्रमाण पत्र में कारण का जिक्र नहीं होता था। अप्रैल से मई के बीच कोरोना संक्रमण से ज्यादा मौतें हुईं थीं। सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने की फैल रही अफवाहों के बीच लोगों ने प्रमाण पत्र में मौत के कारण के जिक्र की मांग शुरू कर दी थी।
सीएमओ कार्यालय से जारी होगा प्रमाण पत्र
कोरोना संक्रमण से मौत होने पर सीएमओ कार्यालय को आवेदन करना होगा। इसमें बताना होगा कि स्वजन की मौत कोरोना संक्रमण से किस नर्सिंग होम या घर में हुई है। इसके साथ रीयल टाइम रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पालीमेरेज चेन रिएक्शन (आरटीपीसीआर) की रिपोर्ट भी जमा करनी होगी। सीएमओ कार्यालय इस आवेदन की जांच कराकर वेरीफाई करेगा। इस पत्र की कापी के साथ नगर निगम में मृत्यु प्रमाण के लिए आवेदन करना होगा।
16 आवेदन आए, 12 बने
नगर निगम में मृत्यु के कारण के साथ प्रमाण पत्र जारी करने के लिए 16 आवेदन आ चुके हैं। इनमें से 12 आवेदन जारी भी किए जा चुके हैं।
ऐसे मान्य होगा प्रमाण पत्र
कोरोना संक्रमण से मौत होने पर नगर निगम से जारी प्रमाण पत्र में भले ही कारण का जिक्र न हो, यदि सीएमओ कार्यालय से प्रमाण पत्र जारी हो जाता है तो भी इसे मान लिया जाएगा। कहीं आवेदन करने के लिए नगर निगम से जारी मृत्यु प्रमाण पत्र और सीएमओ कार्यालय से जारी प्रमाण पत्र की कापी एक साथ लगाई जा सकती है।
अब तक जारी मृत्यु प्रमाण पत्र
मार्च में 555, अप्रैल में 392 और मई में 886 लोगों का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है। इसमें से यदि कोई संशोधन कराना चाहता है, वह दोबारा आवेदन कर सकता है।