धान खरीद घोटाले में मुख्य आरोपित ने खोले राज, नप सकती है कई की गर्दन
बिचौलियों का धान एमएसपी पर बेचने के लिए किसानों के अभिलेखों से छेड़छाड़ कर धान खरीद घोटाला के मुख्य आरोपित शंभू गुप्ता से पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर जेल में पूछताछ शुरू की है। पुलिस को केस से जुड़े कुछ फाइलों के बारे में जानकारी हाथ लगी है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बिचौलियों का धान एमएसपी पर बेचने के लिए किसानों के अभिलेखों से छेड़छाड़ कर धान खरीद घोटाला के मुख्य आरोपित शंभू गुप्ता से पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर जेल में पूछताछ शुरू की है। प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को केस से जुड़े कुछ फाइलों के बारे में जानकारी हाथ लगी है। माना जा रहा है कि अभिलेखों में गोलमाल कर हुए इस घोटाले की कुछ कड़ियां आरोपित के बताए फाइलों से जुड़ सकती है।
घोटाले से जुडे अधिकारियों तक पहुंचेगी जांच
पुलिस फाइलों के अलावा मुख्य आरोपित से अन्य जानकारियां भी लेने का प्रयास कर रही हैं। इधर मुख्य आरोपित से शुरू हुई पूछताछ के बाद धान खरीद घोटाला से जुड़े अन्य आरोपितों की धड़कने बढ़ गई हैं। धान खरीद के इस घोटाले में मुख्य आरोपित के अन्य पार्टनर और अधिकारी भी जांच के दायरे में आ सकते हैं।
यह था पूरा मामला
17 फरवरी को साइबर सेल के प्रभारी मनोज कुमार पंत, स्वाट और सदर कोतवाली थाने की पुलिस टीम ने जिले में धान खरीद घोटाले का पर्दाफाश किया था। दरअसल सदर कोतवाली के शिकारपुर में बिचौलियों के धान को क्रय केंद्र प्रभारियों की मिलीभगत से न्यूनतम समर्थल मूल्य (एमएसपी) पर बेचने का काम किया जा रहा था।
मौके से बरामद हुई थी नकदी
मौके से 6,92,500 रुपये नकदी समेत, 1.19 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए भरे हुए चेक, 243 सिमकार्ड, विभिन्न बैंकों के 212 चेकबुक, 271 सिंगल चेक अमाउंट भरा हुआ, 87 विभिन्न पदों की मुहर की बरामदगी हुई थी।
चार हुए थे गिरफ्तार
पुलिस ने मौके से कर्मचारी के तौर पर काम कर रहे कुल चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मुख्य आरोपित शंभू गुप्ता पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। जिसको एसटीएफ की टीम ने 25 अक्टूबर को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपित से मिली जानकारी के आधार पर की जा रही छानबीन
पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्त ने बताया कि आरोपित ने कुछ फाइलों के संबंध में बताया है, जिसको प्राप्त करने के लिए उसके सील किए गए मकान पर पुलिस टीम को भेजा जाएगा। आरोपित से मिली जानकारी के आधार पर आगे की छानबीन की जा रही है।