गोरखपुर में थाने के मालखाने से गायब हो गई व्यापारी की बंदूक
गोरखपुर में थाने से व्यापारी की लाइसेंसी बंदूक गायब हो गई। एसएसपी ने मालखाने की तलाशी लेने का निर्देश दिया था। अब जिम्मेदारों पर मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी शुरू हो गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। चिलुआताल थाने से गायब हुई व्यापारी की लाइसेंसी बंदूक नहीं मिली है। शिकायत पर एसएसपी ने मालखाने की तलाशी लेने का निर्देश दिया था। स्थिति साफ होने के बाद जिम्मेदारों पर मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी शुरू हो गई है। लापरवाही उजागर होने के बाद थानेदार मामले की लीपापोती में जुट गए हैं।
नकहा नंबर एक निवासी प्रभुनाथ गुप्ता के पास लाइसेंसी एक नाली बंदूक है। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने पर 23 मार्च 2014 को उन्होंने चिलुआताल थाना में बंदूक जमा कर दिया। थाना से उन्हें बंदूक जमा होने की रसीद मिली। चुनाव बाद वह बंदूक लेने पहुंचे तो चिलुआताल के तत्कालीन थानेदार ने मालखाना का प्रभार देख रहे मुंशी के बाहर होने की जानकारी देते हुए लौटा दिया। चार साल तक उन्हें यहीं बात बताई गई। 7 फरवरी को प्रभुनाथ ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर घटना की जानकारी दी। एसएसपी ने एएसपी/सीओ कैंपियरगंज को मामले की जांच सौंप थी। अपने स्तर से भी उन्होंने इस प्रकरण की जांच कराई तो व्यापारी की शिकायत सही मिली। अब दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी चल रही है।
थानेदार क्यों बोल रहे झूठ
चिलुआताल थानेदार अरुण पवार से मंगलवार को इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने एक सप्ताह पहले बंदूक व्यापारी को बंदूक सौंप देने की बात कही। प्रभुनाथ से बात करने पर उन्होंने बंदूक मिलने की बात खारिज कर दिया।
दर्ज होगा मुकदमा
एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने कहा कि मालखाना से बंदूक गायब होने का मामला गंभीर है। सीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।