बिहार से चोरी से ट्रकें लाकर यूपी में बेचता था गिरोह, ढाई वर्ष में तीस अधिक चोरी की ट्रकों की बिक्री
गिरोह के सदस्य 30 से 45 वर्ष तक के हैं। पुलिस के मुताबिक जितेश इस गिरोह का मास्टर माइंड है। वह बिहार से चोरी की ट्रकें अपने साथियों के द्वारा मंगाता था और रंगाई-पुताई के जरिये वाहन का हुलिया बदल देता था।
गोरखपुर, जेएनएन। पिपराइच व स्वाट की संयुक्त पुलिस टीम के हाथ वाहन चोरों का एक ऐसा गिरोह हाथ आया है, जो बिहार से चोरी की ट्रकें लाकर यूपी में बेचता था। यह गिरोह यूपी की ट्रकें बिहार में बेचता था। इस गिरोह ने दोनों ही प्रदेशों में अपना अच्छा नेटवर्क खड़ा कर रखा था। गिरोह पिछले ढाई वर्षों में तीस से अधिक ट्रकें बेंच चुका है। गिरोह के सदस्य दिखाने के लिए पुराने वाहन खरीदने का कार्य करते हैं। ताकि इन पर किसी को संदेह ना हो।
जितेश है गिरोह का मास्टर माइंड
पुलिस ने गिरोह के चार सदस्य जितेश कुमार उपाध्याय निवासी बेलवा बुजुर्ग, अरविंद कुमार मल्ल व राजन गौड़ निवासी ग्राम बरसौना नंबर दो, थाना अहिरौली बाजार, कुशीनगर, रमेश निवासी केवटली थाना पिपराइच को गुरुवार सुबह करीब सवा पांच बजे पिपराइच थाना क्षेत्र के कोनी बाजार से गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस को दो चोरी की ट्रकें, दो बोलेरो, एक कार बरामद हुई है। गिरोह के सदस्य 30 से 45 वर्ष तक के हैं। पुलिस के मुताबिक जितेश इस गिरोह का मास्टर माइंड है। वह बिहार से चोरी की ट्रकें अपने साथियों के द्वारा मंगाता था और रंगाई-पुताई के जरिये वाहन का हुलिया बदल देता था। डेढ़ से दो माह बाद वह ट्रकों को किसी को बेच देते। कोई विकल्प ना मिलने पर उसे कबाडिय़ों को भी बेच देते थे।
अपने चलने के लिए उठाई थी बोलेरो
गिरोह का मुख्य कार्य ट्रक चोरी करना था। वाहन चोरों ने अपने निजी प्रयोग के लिए बिहार से चोरी की बोलेरो उठा लिया था। गिरोह के अभी कई साथी फरार हैं। इसमें बिहार के जीरादेई निवासी कृष्णा सिंह शातिर वाहन चोर है।
आरोपितों की तलाश में बिहार जाएगी पुलिस
एसएसपी/डीआईजी जोगेंद्र कुमार का कहना है कि शातिरों की तलाश में पुलिस बिहार जाएगी। इसके साथ इसकी भी जांच की जा रही है कि यहां आरोपितों ने किसे वाहन बेचा है। आरोपितों की मदद से अभी कई वाहन चोर पकड़े जाएंगे। चोरी की कई घटनाओं का पर्दाफाश होगा।