जालसाजों ने निकाल लिए 40 हजार, मामला जानकर रह जाएंगे दंग Gorakhpur News
देवरिया जिले में साइबर अपराध तेजी से बढ़ने लगा है। सलेमपुर कोतवाली के नवलपुर निवासी एक व्यक्ति का एटीएम कार्ड क्लोन कर जालसाजों द्वारा 40 हजार रुपये निकाल लेने का मामला प्रकाश में आया है। ग्राहक ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
गोरखपुर, जेएनएन : देवरिया जिले में साइबर अपराध तेजी से बढ़ने लगा है। सलेमपुर कोतवाली के नवलपुर निवासी एक व्यक्ति का एटीएम कार्ड क्लोन कर जालसाजों द्वारा 40 हजार रुपये निकाल लेने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में ग्राहक ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस अधीक्षक ने साइबर क्राइम सेल की टीम को जांच सौंपी है।
सलेमपुर एसबीआइ ग्राहक हुआ जालसाजी का शिकार
नवलपुर निवासी अमुन्नल्लाह का सलेमपुर स्टेट बैंक की शाखा में खाता है। अमुन्नल्लाह दुबई में रहते हैं। उनके खाते का एटीएम कार्ड उनके भतीजे के पास रहता है। भतीजे का कहना है कि वह 20 मार्च को सलेमपुर के सोहनाग रोड स्थित एक बैंक के एटीएम से रुपये निकाला और घर चला गया। जबकि 23 व 24 मार्च को खाते से 40 हजार रुपये निकाल लिए गए। जब मोबाइल पर मैसेज आया तो इसकी जानकारी हुई। डिटेल निकलवाने पर पता चला कि पड़ोसी प्रांत बिहार के सिवान जनपद के मैरवा से एटीएम से रुपये निकाले गए हैं। जानकारों का कहना है कि जालसाज एटीएम कार्ड क्लोन कर यह रुपये निकाले हैं।
एमआर को बनाया शिकार
गाजीपुर निवासी हिमांशु सिंह देवरिया में एक दवा कंपनी के एमआर के रूप में काम करते हैं। वे एक दुकान पर पहुंचे और सामान लिए। साथ ही आन-लाइन भुगतान किया, लेकिन दुकानदार के पास वह रुपये नहीं पहुंचे। दुकानदार ने रुपये न पहुंचने की शिकायत की, जिसके बाद टोल फ्री नंबर आनलाइन देख कर मिलाए, जैसे-जैसे टोल फ्री नंबर पर बताया गया, वैसे-वैसे यह करते गए और उनके खाते से दस हजार रुपये ट्रांसफर हो गए। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद इसकी उन्हें भनक लगी। इस मामले में उन्होंने अपने खाते की निकासी पर रोक लगवाई और पुलिस से शिकायत की।
आपसी रंजिश में दो पक्षों में मारपीट
देवरिया सदर कोतवाली के खोराराम में आपसी रंजिश में दो पक्षों में मारपीट हो गई। लोगों के बीच बचाव करने के बाद मामला शांत हो सका। इस मामले में एक पक्ष ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। हालांकि देर शाम तक इस मामले में मुकदमे की कार्रवाई नहीं हो सकी थी।