वनमंत्री ने कहा-शेर की तरह ही मजबूत बनाए उसका बाड़ा Gorakhpur News
निरीक्षण के क्रम में वन मंत्री जब 34 एकड़ के वेटलैंड के पास पहुंचे तो हर्षित हो उठे। कहा यह वेटलैंड चिडिय़ाघर की खासियत होगी इसमें वॉच टॉवर लगाने का निर्देश दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने शनिवार को निर्माणाधीन चिडिय़ाघर का डेढ़ घंटे तक विधिवत निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम के अफसरों को कई जरूरी निर्देश दिए। शेर के बाड़े का बारीकी से निरीक्षण करते हुए वनमंत्री ने कहा कि इस बाड़े की मजबूती पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मजबूती में कमी खतरे का रूप ले सकती है।
वाच टावर लगाने का निर्देश
निरीक्षण के क्रम में वन मंत्री जब 34 एकड़ के वेटलैंड के पास पहुंचे तो हर्षित हो उठे। कहा, यह वेटलैंड चिडिय़ाघर की खासियत होगी, इसमें वॉच टॉवर लगाने का निर्देश उन्होंने निर्माण निगम के अधिकारियों को दिया। चिडिय़ाघर में चलाए जाने वाले ट्वाय ट्रेन को लेकर उन्होंने विशेष रुचि दिखाई। प्रोजेक्ट मैनेजर डीबी सिंह ने उन्हें बताया कि ट्वाय ट्रेन का ट्रैक 1600 मीटर का होगा। इसमें तीन डिब्बे लगाए जाएंगे। इसमें रबर के पहियों वाली ट्रवाय ट्रेन संचालित की जाएगी। वाटर प्यूरीफायर लगाने का सुझाव
दरियायी घोड़ा के बाड़े में बने वाटर बॉडी में वाटर प्यूरीफायर लगाने का सुझाव भी वन मंत्री ने दिया। निरीक्षण के दौरान चिडिय़ाघर के निदेशक एनके जानू ने वन मंत्री को बताया कि उद्यान में कुल 33 बाड़े बनाए जा रहे हैं। इसमें 58 से ज्यादा प्रजाति के 387 वन्य प्राणियों को रखा जाएगा।
प्रोजेक्ट मैनेजर ने दी जानकारी
इसी क्रम में प्रोजेक्ट मैनेजर ने वन मंत्री को बताया कि पहले 31 बाड़े ही बनाए जा रहे थे। गैंडे और बब्बर शेर के बाड़े के निर्माण का कार्य बाद में केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण की अनुमति मिलने के बाद जल्द ही शुरू हुआ है। निरीक्षण के दौरान नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राजीव गर्ग, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव सुनील पांडेय, मुख्य वन संरक्षक आर हेमंत कुमार, राजकीय निर्माण निगम के एजीएम एससी राय, डीएफओ अविनाश कुमार, एसडीओ टीएन सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।