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Panchayat Election: गोरखपुर में परिसीमन में समाप्त हो सकता है कुछ जिला पंचायतों का वजूद

वर्ष 2015 के सामान्य निर्वाचन के बाद नगरीय निकायों के गठन एवं सीमा विस्तार के कारण प्रभावित ग्राम पंचायतों क्षेत्र पंचायतों एवं जिला पंचायतों के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों (वार्डों) का आंशिक परिसीमन करने का आदेश दिया गया है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 07:30 AM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 06:04 PM (IST)
Panchayat Election: गोरखपुर में परिसीमन में समाप्त हो सकता है कुछ जिला पंचायतों का वजूद
गोरखपुर के जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन की फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। जिले की 46 ग्राम पंचायतों के नगर निगम एवं नगर पंचायतों में शामिल होने के बाद पंचायत चुनाव से पहले निर्वाचक क्षेत्रों के आंशिक परिसीमन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कहां-कहां इसका असर पड़ेगा, यह परिसीमन पूरा होने के बाद स्पष्ट हो सकेगा लेकिन माना जा रहा है कि कुछ जिला पंचायतों का वजूद भी समाप्त हो सकता है।

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शासन ने जारी की परिसीमन को लेकर समय सारिणी

शासन की ओर से परिसीमन को लेकर समय सारिणी जारी की है। समय सारिणी के अनुसार छह जनवरी 2021 तक नए निर्वाचक क्षेत्रों की सूची को अंतिम रूप से प्रकाशित करना होगा। वर्ष 2015 के सामान्य निर्वाचन के बाद नगरीय निकायों के गठन एवं सीमा विस्तार के कारण प्रभावित ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों एवं जिला पंचायतों के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों (वार्डों) का आंशिक परिसीमन करने का आदेश दिया गया है। समय सारिणी के अनुसार चार दिसंबर से शुरू हुई इस प्रक्रिया में 11 दिसंबर तक पंचायतवार जनसंख्या की स्थिति स्पष्ट कर लेनी होगी। जनसंख्या का आकलन 2011 की जनसंख्या के आधार पर किया जाएगा। 12 दिसंबर से लेकर 21 दिसंबर तक ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत के वार्डों की प्रस्तावित सूची को तैयार किया जाएगा। इस सूची को 22 दिसंबर को जारी करना होगा और 26 दिसंबर तक इसपर आपत्तियां प्राप्त की जा सकेंगी। 27 दिसंबर से लेकर दो जनवरी 2021 तक आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। तीन से छह जनवरी तक वार्डों की अंतिम सूची का प्रकाशन किया जाएगा।

आपत्तियों के निस्तारण के लिए कमेटी गठित

वार्डों की सूची जारी होने पर आने वाली आपत्तियों के निस्तारण के लिए जिला स्तर पर एक कमेटी का गठन किया गया है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी में जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) सदस्य सचिव के रूप में शामिल होंगे। कमेटी में मुख्य विकास अधिकारी, जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी सदस्य के रूप में शामिल होंगे। 

परिसीमन की रूपरेखा बनाने के लिए हुई बैठक

डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर ने पंचायती राज के अधिकारियों के साथ परिसीमन की रूपरेखा तैयार करने के लिए बैठक की। इसमें सभी अधिकारी पत्रावलियां लेकर पहुंचे थे। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन का कहना है कि 46 ग्राम पंचायतों के नगर निगम एवं नगर पंचायतों में शामिल होने के बाद आंशिक परिसीमन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शासन की ओर से समय सारिणी भी जारी की गई है। समय सारिणी के अनुसार परिसीमन का काम पूरा हो जाएगा। आपत्तियों के निस्तारण के लिए कमेटी का गठन किया गया है।


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