गोली कांड में घायल व्यापारी का बड़ा भाई हर रोज बदल रहा बयान, पुलिस हैरान Gorakhpur News
एसपी अरविंद कुमार पांडेय का कहना है कि अभी पीडि़त परिवार के लोग स्पष्ट रूप से कुछ बता नहीं रहे हैं। वह लगातार बातें बदल रहे हैं। ऐसे में स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही है। गोलू के विषय में पुलिस को पहले कोई जानकारी नहीं थी।
गोरखपुर, जेएनएन। चिलुआताल थाने के मानीराम में हुए गोलीकांड में घायल प्रशांत के परिजन लगातार बयान बदल रहे हैं। पहले उन्होंने कहा कि गोली गोलू उर्फ दुर्गेश ने मारी थी। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया तो अब घायल का बड़ा भाई प्रवीन बता रहा है कि प्रशांत को गोली गोलू ने नहीं मारी थी। वह बता रहा है कि उसे तो पता ही नहीं कि गोली किसने चलाई थी।
रेलवे क्रासिंग के पास महराजगंज के व्यापारी को मारी थी गोली
गुरुवार दोपहर करीब दो बजे बाइक सवार दो व्यक्तियों ने मानीराम रेलवे क्रासिंग के पास महराजगंज जिले के नौतनवा कस्बे के प्रशांत को गोली मार दी थी। गोली पेट को चीरते हुए आर-पार निकल गई थी। घटना के बाद प्रशांत व उसके सबसे बड़े भाई बिपिन ने बताया था कि गोली नौतनवा के गोली उर्फ दुर्गेश ने मारी है। उसके साथ में मौजूद चारों आरोपित नौतनवा के हैं। पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए गोलू को नौतनवा कस्बे से उठा लिया तो प्रशांत का बड़ा भाई प्रवीन भी बयान बदलता दिख रहा है। पहले तो उसने कहा कि उसके भाई ने किसी का नाम ही नहीं लिया था, लेकिन जब उसे बताया गया कि उसने गोलू उर्फ दुर्गेश का नाम लिया है। इसके साक्ष्य भी मौजूद हैं तो उसने तत्काल कहा कि हमलावर ने मास्क पहन रखा था। उसका चेहरा बिल्कुल गोलू की तरह ही लग रहा था। इसलिए भाई ने गोलू का नाम ले लिया होगा। उसने कहा कि घटना के समय गोलू नौतनवा में था। वह यह कैसे घटना को अंजाम दे सकता है। प्रवीन ने बताया कि उसका भाई कुछ देर के लिए होश में आया था तो उसकी उससे बातचीत हुई थी। उसने बताया कि उसका भाई तो उन्हें जानता ही नहीं कि गोली किसने मारी।
बिपिन के भागने पर ही खड़े हो रहे सवाल
घटना के बाद तत्काल प्रशांत का बड़ा भाई बिपिन अर्टिका कार से पीछे की तरफ भाग गया। ऐसे में लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं कि भाई को गोली लगने के बाद बिपिन घटनास्थल से भागा क्यों? लोग यह भी कह रहे हैं कि कार में कुछ ऐसा तो नहीं था, जिसे छिपाने के लिए बिपिन मौके से भागा हो। हालांकि करीब घंटे भर बाद बिपिन सीधे मेडिकल कालेज पहुंचा और उसने पुलिस को बताया कि भाई को गोली लगने से वह बहुत डर गया था।
24 घंटे बाद भी थाने में नहीं पड़ी तहरीर
प्रशांत को गोली लगने के 24 घंटे बाद भी पीडि़त परिवार से किसी ने अभी तक तहरीर नहीं दी है। प्रशांत व उसके दोनों भाई लखनऊ में हैं। उन्होंने पुलिस आनलाइन भी कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया है। इसी तरह पीपीगंज थाना क्षेत्र में दो माह पूर्व एक युवक को कुछ बदमाशों ने गोली मार दी थी। पुलिस को मौके से एक पिस्टल भी बरामद हुई थी, लेकिन पीडि़त के लगातार बयान बदलने के कारण पुलिस घायलों तक नहीं पहुंच सकी थी। पुलिस का कहना है कि पीडि़त परिवार यहां भी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह रहा है तो पुलिस आरोपित तक कैसे पहुंचेगी। एसपी अरविंद कुमार पांडेय का कहना है कि अभी पीडि़त परिवार के लोग स्पष्ट रूप से कुछ बता नहीं रहे हैं। वह लगातार बातें बदल रहे हैं। ऐसे में स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही है। गोलू के विषय में पुलिस को पहले कोई जानकारी नहीं थी। अभी घटना को लेकर कोई तहरीर नहीं पड़ी है।