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नदी किनारे के वाशिंदों को डरा रहे जर्जर बांध, बरसात में रातभर जागर बंधों की रखवाली कर रहे ग्रामीण

महराजगंज ि‍जिले के फरेंदा तहसील क्षेत्र में समय से बाधों की मरम्‍मत नहीं हो पाई थी। जिसकी वहज से ये बांध काफी जर्जर हालत में आ गए हैं। बाढ आने के बाद से ही ग्रामीण दहशत में हैं। रात भर जागकर वे बांधों की रखवाली कर रहे हैं।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Fri, 10 Sep 2021 10:15 AM (IST)Updated: Fri, 10 Sep 2021 10:15 AM (IST)
महराजगंज में लेहडा-बनदेइया बांध पर पडी दरार। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महराजगंज जिले के फरेंदा तहसील क्षेत्र में बहने वाली घोघी नदी व पवह नाला का उफान कभी भी कहर बरपा सकता है। सिंचाई विभाग द्वारा बांधों की मरम्मत ने कराए जाने के कारण कभी भी बांध टूट सकता है जिससे ग्रामीणों की समस्याएं बढऩी तय हैं। लेहड़ा, नगवा ,बंदेया बांध के किनारे रहने वाले ग्रामीणों को बारिश के कारण जर्जर बांध डराने लगे हैं। वह यह सोच कर परेशान हैं कि कहीं मरम्मत के अभाव में यह बांध उनके तबाही का कारण न बन जाए।

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एक साल पहले बांधों का हुआ था मरम्‍मत

फरेंदा तहसील क्षेत्र के बांधों की मरम्मत एक वर्ष पहले कराया गया था। लेकिन मरम्मत के अभाव में वह बांध जर्जर हो गए हैं। फरेंदा तहसील क्षेत्र के बांधों का उच्चीकरण न होने से उफनाई नदियों के चलते हर वर्ष क्षेत्र के दर्जनों गांव जलमग्न हो जाते हैं। इसमें जहां किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो जाती है। वहीं उनके रहने में भी समस्या आती है । क्षेत्र से बहने वाली घोघी नदी में लगभग 12 किलोमीटर नगमा बाध, लगभग 15 किलोमीटर लेहड़ा, डेढ़ किलोमीटर बंदेइया बाध पूरी तरह जर्जर है। 15 किलोमीटर दूरी वाले राजपुर दौलतपुर बांध की स्थिति भी अत्यंत जर्जर हो चुकी है।

सिंचाई विभाग की लापरवाही से जर्जर हुए बंधे

बाढ प्रभावित राजपुर-दौलतपुर बांध के किनारे रहने वाले सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि ङ्क्षसचाई विभाग की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को हर साल बांध टूटने का डर सताता रहता है। जिससे वह रतजगा कर बांध को बचाने का प्रयास करते हैं।

बांधों के टूटने का हर समय बना रहता है भय

ग्रामीण ओमप्रकाश चौहान भी बांधों की जर्जर दशा के लिए सिंचाई विभाग की लापरवाही को जिम्‍मेदार ठहराते हैं। जिसके चलते हर साल हम लोगों को बाढ़ के समय बांध टूटने का भय बना रहता है। हम लोग डर डर कर जीने को मजबूर होते हैं।

सभी बांध हो चुके हैं जर्जर

पुरंदरपुर गांव के रहने वाले तपसी निषाद ने कहा कि बंधों की मरम्मत न कराए जाने के कारण बांध जर्जर हो गया है और वह कभी भी टूट सकता है। इसी गांव के चंद्रशेखर सहानी ने बताया कि अगर बांध की मरम्मत समय-समय पर होता रहता तो ग्रामीणों को बाढ़ की विभीषिका का सामना नहीं करना पड़ता।


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