पांच लाख रुपये में हुई थी दिव्यांग उमेश की हत्या करने की डील Gorakhpur News
वारदात को अंजाम देने के लिए पांच लाख रुपये में डील हुई थी। उमेश के छोटे भाई की पत्नी ने जमीन बेचकर रुपये देने का भरोसा दिया था।
गोरखपुर, जेएनएन। दिव्यांग उमेश का अपहरण कर हत्या करने वाले प्रदीप यादव को खोराबार पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की। जिसमें पता चला कि वारदात को अंजाम देने के लिए पांच लाख रुपये में डील हुई थी। उमेश के छोटे भाई की पत्नी ने जमीन बेचकर रुपये देने का भरोसा दिया था।
एक नवंबर को हुई थी हत्या
झंगहा, जंगल रसूलपुर नंबर दो के रहने वाले शातिर बदमाश प्रदीप यादव ने एक नवंबर को अपने साथियों संग खोराबार के जंगल चंवरी निवासी उमेश यादव का अपहरण कर लिया। गाड़ी में ही गला दबाकर हत्या करने के बाद शव देवरिया कोतवाली क्षेत्र में नाला के किनारे छोड़कर फरार हो गए। आठ नवंबर को खोराबार पुलिस ने घटना में शामिल झंगहा के राघोपट्टी पडऱी निवासी आदित्य गुप्ता और चौरीचौरा के चकदेईया निवासी लालू यादव उर्फ मेंटल को गिरफ्तार किया।
अशोक की पत्नी सुमन ने दी थी सुपारी
दोनों से पूछताछ करने पर पता चला कि उमेश के छोटे भाई अशोक की पत्नी सुमन ने प्रदीप यादव को हत्या करने के लिए सुपारी दी थी। पुलिस के घेराबंदी करने पर प्रदीप यादव ने 13 नवंबर को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। तीन दिन पहले पुलिस ने बदमाश को रिमांड पर लेकर पूछताछ की। जिसमें पता चला कि वारदात को अंजाम देने के लिए पांच लाख रुपये में डील हुई थी।प्रभारी निरीक्षक खोराबार सुनील कुमार राय ने बताया कि रिमांड पर लिए गए बदमाश प्रदीप यादव से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है।
झंगहा थाने का हिस्ट्रीशीटर है प्रदीप
प्रदीप यादव झंगहा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस ने 2015 में उसके गिरोह को डी-11 पर दर्ज किया था। बदमाश के ऊपर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट व रंगदारी मांगने 20 से अधिक मुकदमें दर्ज हैं।