यूपी के इस डिपो की हालत खराब, रोज हो रहा दो से ढाई लाख रुपये का नुकसान
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के देवरिया डिपो की हालत इन दिनों खराब हो गई है। वर्कशाप में संसाधन का अभाव है। 18 बसें निगम की खड़ी हो गई हैं। हर दिन दो से ढाई लाख रुपये का राजस्व पर असर पड़ रहा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के देवरिया डिपो की हालत इन दिनों खराब हो गई है। वर्कशाप में संसाधन का अभाव है। 18 बसें निगम की खड़ी हो गई हैं। हर दिन दो से ढाई लाख रुपये का राजस्व पर असर पड़ रहा है। जिम्मेदार अधिकारी जल्द ही व्यवस्था बेहतर करने का दावा कर रहे हैं। देवरिया डिपो के वर्कशाप में 20 नियमित व 22 संविदा कर्मचारी इस समय कार्य कर रहे हैं।
वर्कशाप में इन दिनों संसाधन की कमी
पहले इस वर्कशाप में पर्याप्त संसाधन हुआ करता था, लेकिन इन दिनों वर्कशाप में संसाधन की कमी हो गई है। पहिये और अन्य संसाधन उपलब्ध नहीं है, इससे रोडवेजकर्मियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। निगम की 14 बसें पहिया के अभाव में व चार बसें अन्य गड़बड़ी के चलते वर्कशाप खड़ी हैं। इसके अलावा कुछ अन्य बसें जुगाड़ से चल रही हैं।
पांच हजार लोग करते हैं यात्रा
देवरिया डिपो से दिल्ली तक बसें जाती हैं। इस समय डिपो के पास 122 अनुबंधित व 68 निगम की बसें हैं। इस डिपो की आमदनी हर दिन 14 से 15 लाख रुपये हैं। पांच हजार से अधिक लोग रोजाना यात्रा करते हैं।
वर्कशाप में संसाधन की कमी से खड़ी हैं कुछ बसें
देवरिया के एआरएम ओम कुमार मिश्र ने कहा कि वर्कशाप में संसाधन की कमी से कुछ बसें खड़ी हैं। संसाधन की मांग की जा रही है। जल्द ही बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक की टूट गई सड़कें
शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक कई जगहों पर जलभराव है। संक्रामक बीमारियों के फैलने को लेकर लोग भयभीत हैं तो दूसरी तरफ सड़कें टूट गई हैं और जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। आए दिन लोग चोटिल हो रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी जल्द ही सड़कों में बने गड्ढे को भरवा देने का दावा कर रहे हैं।