तहरीर में नाम न होने के बावजूद चेयरमैन को बना दिया आरोपित, सस्पेंड Gorakhpur News
बांसगांव के चेयरमैन का नाम तहरीर में नहीं था बावजूद इसके पुलिस ने उन्हें गबन के मामले में फंसा दिया और मुकदमा दर्ज कर लिया।
गोरखपुर, जेएनएन। तहरीर में नाम न होने के बाद भी चेयरमैन पर केस दर्ज करने के मामले में बांसगांव पुलिस घिर गई है। एसएसपी ने लापरवाही के आरोप में दीवान को निलंबित कर दिया है लेकिन थानेदार की भूमिका पर भी सवाल हो रहे हैं। निलंबित हुआ दीवान निर्दोष होने का दावा पेश कर रहा है।
डेढ़ करोड़ के गबन के आरोप में दर्ज किया था मुकदमा
22 मई को बांसगांव पुलिस ने नगर पंचायत के चेयरमैन वेदप्रकाश शाही उर्फ पप्पू, पूर्व अधिशासी अधिकारी अविनाश मल्ल और लघु उद्योग निगम लिमिटेड के मुरादाबाद कार्यालय के तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक के खिलाफ डेढ़ करोड़ के गबन के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था।
एसएसपी की जांच में खुला भेद
जानकारी होने पर चेयरमैन ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि तहरीर में उनका नाम ही नहीं था। थानेदार ने मनमानी करते हुए मुकदमे में नाम बढ़ा दिया। शिकायत पर एसएसपी ने जांच कराई तो मामला सही मिला। लापरवाही बरतने के आरोप में बांसगांव थाने के दीवान शेषनाथ को निलंबित कर दिया था।
चेयरमैन ने थानेदार को बताया दोषी
उधर चेयरमैन थानेदार को दोषी बता रहे हैं। उनका कहना है कि साजिश के तहत थानेदार ने मुकदमे में नाम बढ़ाया है। अधिकारी उनके खिलाफ कार्रवाई करें। एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर दीवान के खिलाफ कार्रवाई हुई है। थानेदार की भूमिका की भी जांच कराई जाएगी।
छेडख़ानी में आरोपित दो कर्मचारी भेजे गए जेल
सिद्धार्थनगर जनपद के सदर थाना पुलिस ने बुधवार शाम विवाहिता से छेडख़ानी करने के आरोप में कलेक्ट्रेट में तैनात दो कर्मचारी क्रमश: ई-ड्रिस्ट्रिक मैनेजर व गोरखपुर के थाना गोरखनाथ के मोहल्ला जटेपुर निवासी अमरेंद्र दुबे और आपदा विभाग में तैनात लिपिक गोरखपुर के थाना बेलीपार के ग्राम भाउपार निवासी शैलेश त्रिपाठी को जेल भेज दिया है। सिद्धार्थनगर जनपद के सदर थाना क्षेत्र निवासी एक विवाहिता के पति ने आरोप लगाया कि सोमवार की रात करीब नौ बजे वह परिवार के साथ परसा चौराहा स्थित एक परिचित के घर पर भोजन करने के लिए गए थे। लौटते समय पहले बाइक पर बच्चों को घर छोडऩे के लिए गए। पत्नी धीरे-धीरे पैदल घर की ओर चल रही थी। विकास भवन-कलेक्ट्रेट के बीच में कार से पहुंचे दोनों कर्मियों ने महिला को अकेला जाते देख रोक लिया। वह नशे में धुत थे। जब उसने विरोध किया तो वह जबरदस्ती कार में बैठाने का प्रयास करने लगे। तभी बाइक से पत्नी को लेने के लिए पहुंच गया। दोनों ने मिल कर हम लोगों पर हमला कर दिया। इसी दौरान सदर थाना की गाड़ी पहुंच गई थी। पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। एसओ सदर दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।