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बाल गृह बालिका कांड में पूरे दिन डाक बंगला में जमी रही सीबीआइ की टीम

देवरियाके चर्चित बाल गृह बालिका कांड की जांच कर रही सीबीआइ की टीम दिनभर डाक बंगला में जमी रही और पत्रावलियों को देखती रही। जल्‍द ही सीबीआइ की जांच होने के आसार दिख रहे हैं। जिले में निमहंस के विशेषज्ञ भी पहुंच रहे हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Sun, 31 Jan 2021 05:30 PM (IST)Updated: Sun, 31 Jan 2021 05:30 PM (IST)
बाल गृह बालिका कांड में पूरे दिन डाक बंगला में जमी रही सीबीआइ की टीम
सिंचाई विभाग के डाक बंगले में रुकी सीबीआइ की टीम।

गोरखपुर, जेएनएन : देवरिया जनपद के चर्चित बाल गृह बालिका कांड की जांच कर रही सीबीआइ की टीम दिनभर डाक बंगला में जमी रही और पत्रावलियों को देखती रही। जल्‍द ही सीबीआइ की जांच होने के आसार दिख रहे हैं। जिले में निमहंस के विशेषज्ञ भी पहुंच रहे हैं। निमहंस के सहयोग से सीबीआइ की टीम कुछ और भी राज खोल सकती है। चर्चित कांड की जांच 20 अगस्त, 2019 से सीबीआइ की टीम कर रही है। बहुत दिनों के बाद जांच अधिकारी इंस्पेक्टर विवेक श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ जिले में जमे हुए हैं। हालांकि सीबीआइ की टीम अपने कैंप कार्यालय डाक बंगला से बाहर नहीं निकली है। बयान दर्ज कराने के लिए कुछ लोगों को नोटिस जारी किया गया है। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस ( निमहंस ) के विशेषज्ञ भी छह दिनों के लिए देवरिया पहुंच रहे हैं।

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यह है पूरा मामला

रेलवे स्टेशन रोड में मां विंध्‍यवासिनी महिला प्रशिक्षण संस्थान द्वारा संचालित बाल गृह बालिका के मामलों का पर्दाफाश पांच अगस्त, 2018 को पर्दाफाश हुआ था। इस मामले में संचालक गिरिजा त्रिपाठी समेत कई लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया था। पहले मामले की जांच एसआइटी ने की और फिर चार्जशीट दाखिल कर दिया। अब मामले की जांच सीबीआइ कर रही है। सीबीआइ गिरिजा समेत अन्य कई लोगों का बयान भी दर्ज कर चुकी है।

कहीं क्लोन तो कहीं एटीएम कार्ड बदल कर निकाले गए रुपये

देवरिया जिले में साइबर अपराध तेजी से बढ़े हैं। कहीं एटीएम कार्ड क्लोन कर तो कहीं एटीएम कार्ड बदल कर रुपये निकाले जा रहे हैं। तीन ग्राहकों ने एसपी कार्यालय पहुंच अपनी शिकायत दर्ज कराई। एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने जांच कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

केस एक

खामपार थाना क्षेत्र के भठवा तिवारी निवासी आनंद प्रकाश कुशवाहा का सेंट्रल बैंक में खाता है। उनके एटीएम कार्ड को क्लोन कर जालसाज 11 हजार रुपये निकाल लिए। इसकी भनक उन्हें तब लगी, जब उनके मोबाइल पर रुपये निकासी का मैसेज आया। उन्होंने खाते पर रोक लगवाने के साथ ही शिकायत की है।

केस दो

मदनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जद्दू परसिया निवासी राजेंद्र प्रसाद सेना से सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनका कहना है कि वह पकड़ी बाजार स्थित एक एटीएम पर रुपये निकालने गए, जहां उनके एटीएम कार्ड को ही बदल कर 30 हजार रुपये निकाल लिए गए। उन्होंने इसकी शिकायत बैंक से लेकर पुलिस से भी की है।

केस तीन

देवरिया खास निवासी श्रीकांत शर्मा का सेंट्रल बैंक में खाता है। उनको बिना बताए ही उनके खाते से दो हजार रुपये की निकासी हो गई है। इसकी भनक उन्हें तब लगी, जब उनके मोबाइल पर निकासी का मैसेज आया। उन्होंने खाते की निकासी पर रोक लगवाने के साथ ही पुलिस से भी शिकायत की है।


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