एप्रोच ध्वस्त होने से बेकार साबित हो रहा पुल, मुश्किल में लोग
कैथवलिया उर्फ बरगदही गांव को शेखफरेंदा गांव से जोडऩे वाले करमहिया घाट पुल के ध्वस्त हुए एप्रोच का निर्माण कार्य शुरू न होने से राहगीर सांसत में हैं। जबकि एप्रोच निर्माण का टेंडर व ठीका लोक निर्माण विभाग द्वारा कुछ माह पहले ही हो गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महराजगंज जिले के नौतनवा ब्लाक क्षेत्र में कैथवलिया उर्फ बरगदही गांव को शेखफरेंदा गांव से जोडऩे वाले करमहिया घाट पुल का एप्रोच ध्वस्त हो गया है। इससे ग्रामीणों को आवागमन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि लोक निर्माण विभाग एप्रोच मार्ग के निर्माण के लिए टेंडर निकाल चुका है। उसका ठीका भी हो चुका है, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इससे राहगीर सांसत में हैं, लेकिन विभाग के जिम्मेदार लोग इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।
आवागमन में बढ़ी दुश्वारी
एप्रोच न होने की वजह से पुल तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। आवागमन में लोगों की दुश्वारी बढ़ गई है। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश के स्वर फूटने लगे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक करीब 10 वर्ष पूर्व कैथवलिया उर्फ बरगदही और शेष फरेंदा गांव के बीच स्थित घाघरा नदी पर पुल बनाया गया था। कुछ ही वर्षो बाद इस पुल का दक्षिणी एप्रोच ध्वस्त होने लगा। बीते चार वर्ष से एप्रोच बार-बार ध्वस्त होता है और हर बार इसकी मरम्मत कराई जाती है, लेकिन कभी स्थाई समाधान नहीं किया गया। लोक निर्माण विभाग का कहना है कि बरसात का मौसम शुरू हो जाने की वहज से एप्रोच के निर्माण का काम नहीं हो पा रहा है।
सड़क का भी बुरा है हाल
करमहिया घाट पुल का एप्रोच नहीं बल्कि इससे जुड़ी कई सड़कों का भी बुरा हाल है। बीते वर्ष कैथवलिया उर्फ बरगदही गांव को शेषफरेंदा गांव तक जोडऩे वाले मार्ग पर सड़क बनाने का कार्य शुरू हुआ। जो सड़क इस पुल से होकर गुजरती है। लेकिन छह माह से भी अधिक समय हो जाने के बाद भी बामुश्किल से चार किलोमीटर लंबी सड़क ही बन पाई है। गिट्टी व डस्ट डालकर काम बंद कर दिया गया है। निर्माण कार्य पूरी तरह से रुका हुआ है। पुल के एप्रोच का भी वही हाल है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सचिन कुमार ने बताया कि पुल दूसरे विभाग द्वारा बनाया गया था। चूंकि सड़क निर्माण लोक निर्माण विभाग करा रहा है। इसलिए पुल के ध्वस्त एप्रोच का निर्माण शीघ्र कराया जाएगा।