जलभराव से राहत देने को प्रशासन ने कटवा दी सड़क Gorakhpur News
गोरखपुर में लोगों को जलजमाव से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने सड़क कटवा दी।
गोरखपुर, जेएनएन। लगातार हुई भारी बारिश के कारण जलमग्न हुए दर्जनभर मोहल्लों के लोगों को जलभराव से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने पीडब्लूडी की सड़क कटवा दी। जिससे महेवा, झरवा, बड़गो, सेंदुली-बेंदुली, चिलमापुर, रानीबाग सहित कई मोहल्लों के लोगों को राहत मिलेगी। कुछ घंटों के भीतर ही यहां पानी कुछ कम हो गया। सड़क काटे जाने से लाहसडी से देवरिया बाईपास को जुड़ने वाली सड़क पर आवागमन बाधित हो गया। शनिवार की सुबह से पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़क पर दो ह्यूम पाइप डाल कर पुलिया बनाई जा रही है। इससे पहले पानी भरने की शिकायत पर तहसीलदार डॉ संजीव दीक्षित ने राजस्व कर्मियों के साथ मौके का निरीक्षण किया। मंथन के बाद सड़क काटने पर सहमति बनी। जिसके बाद जेसीबी की मदद से सड़क काटी गई। तहसीलदार ने बताया कि गायघाट के पास सड़क काट कर पुलिया बनाई जा रही है ताकि शहर के कई इलाकों
के लोगों केे जलभराव से राहत मिल सके।
राप्ती के घटते-बढ़ते जलस्तर ने बढ़ाई चिंता
बाढ़ की परेशानी के बीच राप्ती नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। पिछले तीन दिनों से इस नदी का जलस्तर सुबह बढ़ रहा है तो शाम को घटने लग रहा है। नदी की प्रकृति में आए इस बदलाव का तटबंधों पर विपरीत असर पड़ रहा है। बाढ़ बचाव में लगी टीमों की परेशानी भी बढ़ रही है।
राप्ती नदी में इस बार नेपाल से अधिक पानी नहीं आया है। सिद्धार्थनगर जिले में बहने वाली राप्ती की सहायक नदियां बूढ़ी राप्ती एवं कुनरा नदी में अधिक पानी आने से राप्ती का पानी भी बढ़ रहा है। पीछे से पानी आने पर प्रशासन को इस बात का अनुमान रहता है कि नदी बढ़ेगी या घटेगी लेकिन बूढ़ी राप्ती व कुनरा नदियों में बरसात का पानी अधिक आने के कारण अनुमान लगाना मुश्किल है। जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम के अनुसार दोनों नदियों का पानी रिगौली मे राप्ती नदी में गिरता है, जिससे अचानक जलस्तर बढ़ जा रहा है।
तटबंधों के लिए खतरनाक
जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम के अनुसार नदी के जलस्तर में लगातार उतार-चढ़ाव ठीक नहीं माना जाता। तटबंधों पर इसका विपरीत असर पड़ता है। तटबंध को नदी कहां से काट रही है, इसके बारे में कुछ कह पाना आसान नहीं होता।