Move to Jagran APP

बैंकाक से कुशीनगर की सीधी उड़ान की पहल करेगी थाई सरकार

लगभग डेढ़ दशक पूर्व बैंकाक से कुशीनगर की सीधी उड़ान को लेकर थाई एयरवेज ने पहल की थी। यहां आए थाई राजदूतों ने भी इसके लिए सरकार से बात की थी लेकिन बात बन नहीं सकी थी। थाई सरकार ने इस दिशा में दोबारा प्रयास शुरू किया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sat, 08 Jan 2022 10:47 AM (IST)Updated: Sat, 08 Jan 2022 01:59 PM (IST)
बैंकाक से कुशीनगर की सीधी उड़ान की पहल करेगी थाई सरकार
बैंकाक से कुशीनगर की सीधी उड़ान की पहल करेगी थाई सरकार। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, अजय कुमार शुक्ल। लगभग डेढ़ दशक पूर्व बैंकाक से कुशीनगर की सीधी उड़ान को लेकर थाई एयरवेज ने पहल की थी। यहां आए थाई राजदूतों ने भी इसके लिए सरकार से बात की थी, लेकिन बात बन नहीं सकी थी। जब कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद यहां से उड़ान शुरू हो गई है तो थाई सरकार की भी दिलचस्पी बढ़ गई है। वह पहल करने की तैयारी में जुट गई है। दो दिन पहले सरकारी यात्रा पर कुशीनगर पहुंचे सात सदस्यीय शिष्ट मंडल ने भारत सरकार से उड़ान शुरू करने का अनुरोध भी किया है।

loksabha election banner

बड़ी संख्‍या में थाईलैंड से कुशीनगर आते हैं बौद्ध मतावलंबी

दरअसल, भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर आने वाले सैलानियों में थाईलैंड के बौद्ध मतावलंबियों की संख्या श्रीलंका के बाद दूसरे स्थान पर है। यहां थाई राज परिवार की ओर से संचालित बुद्ध विहार भी है। इसी वजह से डेढ़ दशक पहले थाई सरकार ने बैंकाक से सीधी उड़ान को लेकर प्रयास किया था। यहां अपना अस्थाई पासपोर्ट कार्यालय भी खोला था।

अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट चालू होने के बाद उम्‍मीदों को लगा पर

कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चालू होने के बाद इसको मूर्त रूप देने की कवायद तेज हो हो गई है। थाईलैंड सरकार से भारत व नेपाल के लिए नियुक्त धम्मदूत डा. फाथेप बोधिवोंग के नेतृत्व में आफिसियल पासपोर्ट पर आए सात सदस्यीय बौद्ध भिक्षुओं के शिष्टमंडल ने भी इसको लेकर सरकार के सामने अपनी बात रखी है। यहां से लौटने पर अपनी पहल से थाई सरकार को अवगत कराएंगे।

भारत सरकार से उड़ान की अनुमति के लिए अनुरोध करेगा थाई शिष्‍टमंडल

थाई बुद्ध विहार के मांक इंचार्ज डा. पी खोमसान ने बताया कि शिष्टमंडल ने भारत सरकार से बैंकाक-कुशीनगर सीधी फ्लाइट व चार्टर फ्लाइट के लिए अनुरोध किया है। थाई सरकार भी इसको लेकर काफी इच्छुक है ताकि थाईलैंड के सैलानी व बौद्ध मतावलंबी आसानी से यहां पहुंच सकें। उम्मीद है कि शीघ्र ही इस पर बात बन जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.