किशोरी से छेड़खानी, विरोध करने पर माता पिता को पीटा- दो गिरफ्तार Gorakhpur News
गोरखपुर में किशोरी से छेड़खानी का विरोध करने पर उसके पड़ोसियों ने उसे उसके पिता उसकी मां पर जानलेवा हमला किया है। पुलिस ने आठ नामजद दो अज्ञात व्यक्तियों पर जानलेवा हमला पाक्सो एक्ट छेड़खानी व बलवा का मुकदमा दर्ज किया है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र के एक गांव में किशोरी से छेड़खानी का विरोध करने पर उसके पड़ोसियों ने उसे, उसके पिता, उसकी मां पर जानलेवा हमला किया है। पुलिस ने आठ नामजद दो अज्ञात व्यक्तियों पर जानलेवा हमला, पाक्सो एक्ट, छेड़खानी व बलवा का मुकदमा दर्ज किया है। दो आरोपित निखिल व उसकी मां विंध्यवासिनी को गिरफ्तार किया है।
पीडि़ता की मां की तहरीर पर पुलिस ने आठ व्यक्तियों पर दर्ज किया मुकदमा
पीडि़ता की मां ने आरोप लगाया है कि मंगलवार रात करीब नौ बजे उनकी नाबालिग बेटी घर में अकेली थी। इसी दौरान शिवशंकर, गिरजाशंकर, गौरीशंकर, निखिल उसके घर में घुसकर उसकी पुत्री से छेड़खानी करने लगे। पुत्री के शोर मचाने पर वह भी भीतर पहुंच गई। आरोपित उन्हें धमकी देकर चले गए। बाद में उन्होंने घटना की जानकारी पति को दी तो उन्होंने आरोपितों के घर उलाहना दिया। इसे लेकर आरोपितों ने अपने समर्थकों के साथ हथियारों से लैस होकर उनके पति की पिटाई की। पुलिस ने महिला की तहरीर पर आठ नामजद व दो अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध धारा 147, 148, 307, 452, 352, 354, 323, 504, 506 भादवि व 9/10 पाक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया। गुरुवार सुबह साढ़े 11 बजे गगहा पुलिस ने आरोपित निखिल व उनकी मां को घर से गिरफ्तार किया है।
ठीक होकर घर गई दुष्कर्म पीडि़ता, मिली सुरक्षा
कुशीनगर की दुष्कर्म पीडि़ता की तबीयत ठीक होने पर डाक्टरों ने गुरुवार को डिस्चार्ज कर दिया। स्वजन उसे लेकर देर शाम घर चले गए। उत्तर प्रदेश बाल आयोग के निर्देश पर एसपी कुशीनगर ने सुरक्षा के लिए एक कांस्टेबल उपलब्ध कराया है। वह 24 घंटे घर पर तैनात रहेगा। कुशीनगर निवासी सात वर्षीय बच्ची के साथ गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म किया था। पिछले शनिवार को स्वजन खून से लतपत पीडि़ता को लेकर बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर पहुंचे लेकिन डाक्टरों की हीला-हवाली के चलते छह घंटे तक उसे भर्ती नहीं किया जा सका।
विधायक जटाशंकर त्रिपाठी के हस्तक्षेप के बाद उसे भर्ती किया गया। इस बीच मानव सेवा संस्थान ने मामले की शिकायत उत्तर प्रदेश बाल आयोग से कर दी। बाल आयोग ने ब'ची को सुरक्षा उपलब्ध कराने का एसपी कुशीनगर को निर्देश दिया था। इसके अलावा स्वजन को तीन हजार रुपये की दवाएं बाहर से खरीदनी पड़ी थीं। विधायक की शिकायत के बाद बीआरडी ने दवाओं की कीमत स्वजन को दी।