बच्चों को ढूढ़कर स्कूलों में दाखिला दिलाएंगे शिक्षक, चिह्नित किए जाएंगे आउट आफ स्कूल बच्चे
बहुत से बच्चे बीच में ही स्कूल छोड देते हैं। शारदा अभियान के तहत ऐसे बच्चों को चिह्नित किया जाएगा। खासकर 14 वर्ष के बच्चों को चिह्नित कर उन्हें दोबारा स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा। यह काम शिक्षकों को सौंपा गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जनपद में ड्राप आउट ब'चों को चिह्नित कर परिषदीय विद्यालयों में उम्र के अनुसार दाखिला दिलाया जाएगा। इसके लिए 'शारदा' हर दिन स्कूल आएं अभियान के पहले चरण का आगाज हो चुका है। जो 15 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान शिक्षा से वंचित ब'चों का चिह्नांकन कर शिक्षक उनका स्कूलों में नामांकन कराकर उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ेंगे। साथ ही इसका ब्योरा शारदा पोर्टल पर अपलोड करेंगे।
14 वर्ष तक के बच्चों को किया जाएगा चिह्नित
शैक्षिक सत्र 2021-22 में ड्राप आउट बच्चों के चिह्नांकन, पंजीकरण एवं नामांकन के तहत पांच से 14 वर्ष के बच्चों का चिह्नांकन किया जाएगा। दूसरे चरण में ईंट-भट्टे, खदान में काम करने वालों या पलायन करके गांव वालों के ब'चे शामिल होंगे। वहीं आंगनबाड़ी आने वाले वे बच्चे जिनकी आयु एक जुलाई 2021 को पांच वर्ष हो गई हो उनका अनिवार्य रूप से प्राथमिक स्कूल की कक्षा एक में नामांकन कराया जाएगा। प्रत्येक जनपद के लिए ड्राप आउट बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए अलग-अलग लक्ष्य दिए गए हैं।
15 नवंबर से शुरू होगा अभियान का दूसरा चरण
'शारदा' अभियान का दूसरा चरण 15 से 31 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान अमान्य विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे ब'चों को प्रोत्साहित कर परिषदीय विद्यालयों में नामांकन कराने के साथ ही संबंधित विद्यालय के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
10779 बच्चों के चिह्नांकन व नामांकन का लक्ष्य
जनपद में शैक्षिक सत्र 2021-22 में ड्राप आउट ब'चों के चिह्नांकन, पंजीकरण एवं नामांकन के लिए शासन द्वारा 10779 का लक्ष्य रखा गया है। इनमें पांच से छह वर्ष के 1448, सात से आठ वर्ष के 6922 तथा 11 से 14 वर्ष के ब'चों की संख्या 2409 निर्धारित है।
ड्राप आउठ बच्चों को चिह्नित करने के लिए लगाए जाएंगे शिक्षक
बीएसए आरके सिंह ने बताया कि शारदा हर दिन स्कूल आएं के पहले चरण का अभियान शुरू हो चुका है। जनपद के सभी शिक्षकों को ड्राप आउट ब'चों को चिह्नित कर स्कूलों में नामांकन कराने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। ताकि नामांकन के लिए निर्धारित लक्ष्य पूर्ण की जा सके।