हाईस्कूल, स्नातक व टीईटी के फर्जी अंकपत्र से आठ साल तक की नौकरी, अब साढ़े सात लाख की होगी रिकवरी
UP गोरखपुर में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कार्यरत एक शिक्षिका के शैक्षिक अभिलेख फर्जी मिले हैं। जांच व सत्यापन में आरोप सिद्ध होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षिका की संविदा समाप्त कर दी है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पिपरौली में कार्यरत एक पार्ट टाइम शिक्षिका के शैक्षिक अभिलेख फर्जी मिले हैं। जांच व सत्यापन में आरोप सिद्ध होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षिका की संविदा समाप्त कर दी है। साथ ही शिक्षिका के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने को लेकर गीडा थाने में तहरीर दी है।
जांच में फर्जी दस्तावेज पर नौकरी करने का आरोप सिद्ध होने पर बीएसए ने की कार्रवाई
पिपरौली ब्लाक के कस्तूरबा विद्यालय में पार्ट टाइम शिक्षिका श्रद्धा श्रीवास्तव वर्ष वर्ष 2013 से तैनात हैं। गत वर्ष शासन ने सभी शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन का निर्देश दिया था। इसी के तहत विभाग द्वारा जिले के सभी शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन कराया गया। जिसमें शिक्षिका के हाईस्कूल, स्नातक व टीईटी के अंकपत्र फर्जी मिले। जिसके बाद विभाग ने शिक्षका को पंजीकृत डाक से तीन बार नोटिस भेजा।
नोटिस का नहीं दिया जवाब
बावजूद इसके शिक्षिका ने न तो नोटिस का जवाब दिया और न ही अपना पक्ष रखने के लिए उपस्थित ही हुई। जिसके बाद डीएम के अनुमोदन पर विभाग ने संविदा समाप्त करने की कार्रवाई कर दी।
इस संबंध में बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि जांच व सत्यापन के आधार पर फिलहाल शिक्षिका का संविदा समाप्त कर दी गई है। एफआइआर के लिए जिला समन्वयक बालिका शिक्षा द्वारा तहरीर दी गई है। जल्द ही शिक्षिका से रिकवरी की भी कार्रवाई की जाएगी।
साढ़े सात लाख की होगी रिकवरी
बर्खास्त शिक्षिका से विभाग ने रिकवरी की भी तैयारी शुरू कर दी है। शिक्षिका से वेतन मद में लिए गए लगभग साढ़े सात लाख रुपये की रिकवरी की जाएगी। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा डा.ज्ञान प्रकाश ने बताया कि शिक्षिका नई कालोनी बैरिहवां, गांधी नगर बस्ती की रहने वाली है। जिसे कार्रवाई से अवगत करा दिया गया है। एफआइआर दर्ज होने के बाद रिकवरी की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।