गोरखपुर आए कानपुर के प्रापर्टी डीलर को पुलिस ने पीट-पीटकर मार डाला
गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से एक व्यापारी की मौत हो गई। मृतक मनीष कुमार गुप्ता कानपुर नगर क्षेत्र का रहने वाला था। उसकी उम्र करीब 30 वर्ष थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रामगढ़ताल इलाके के तारामंडल स्थित होटल कृष्णा पैलेस में पुलिस की रूटीन चेकिंग के दौरान कानपुर के रीयल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। होटल के कमरे में उनके साथ रुके दो दोस्तों और कानपुर से गोरखपुर पहुंची पत्नी का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के चलते मनीष की मौत हुई है, जबकि एसएचओ रामगढ़ताल जेएन सिंह का कहना है युवक नशे में धुत था, कमरे में गिरने के चलते उसके सिर में गंभीर चोट आई, जिससे उसकी मौत हो गई।
लापरवाही के आरोप में एसएसपी ने थानेदार समेत छह पुलिस कर्मियों को किया सस्पेंड
फिलहाल शव काे मर्चरी में रखवाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह साफ होगी। एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि एसएचओ रामगढ़ताल जेएन सिंह, चौकी इंचार्ज फलमंडी अक्षय मिश्र समेत छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। एसपी नार्थ को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट आने के बाद विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
यह है मामला
सोमवार की रात करीब 12 बजे रामगढ़ताल थाना पुलिस ने तारामंडल स्थित होटलों की चेकिंग पर निकली थी। थाने से कुछ दूरी पर स्थित कृष्णा पैलेस के रूम नंबर 512 में कानपुर के बर्रा थाने के जनतानगर निवासी मनीष गुप्ता, हरियाणा के मेवात जिला के नूह निवासी हरिबीर सिंह, गुड़गांव के सेक्टर 48 निवासी प्रदीप कुमार ठहरे हुए थे। पुलिस ने होटल में घुसते ही मैनेजर अभिनंदन से होटल में ठहरे लोगों की जानकारी ली और उन्होंने मनीष का कमरा खुलवाया। कमरा खुलते ही पुलिसकर्मियों मनीष व उनके दोस्तों का कहना है कि वह कमरे में पहुंचकर पूछताछ कर रहे थे, इसी बीच मनीष बिस्तर से उठा तो नशे में धुत होने की वजह से बिस्तर से गिर पड़ा। फर्श पर लगी टाइल्स के कोने से उसके सिर में गंभीर चोट आई, जिसकी वजह से वह घायल हो गया। उसे मेडिकल कालेज पहुंचाया गया जहां उसकी मौत हाे गई।
पुलिस का दावा- नशे में धुत व्यापारी की कमरे में गिरकर चोट लगने से हुई मौत
घटना की सूचना पर कानपुर से गोरखपुर पहुंची मनीष की पत्नी मिनाक्षी गुप्ता और पिता नंद किशोर गुप्ता ने बातचीत में पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया। उनका कहना था कि रात में मनीष ने उन्हें फोन कर बताया था कि होटल के कमरे में पहुंची पुलिस ने उसकी पिटाई की है, जिससे वह घायल हो गया है, उसे और दोस्तों को थाने ले जाया जा रहा है। इसके बाद उससे बात नहीं हो सकी। परिवार वालों ने पुलिस पर पीट-पीट कर मार डालने का आरोप लगाया। पत्नी ने मुख्यमंत्री को ट् वीट कर दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई है।
हरियाणा व गुड़गांव के दो दोस्तों के साथ कमरा नंबर 512 में रुके थे प्रापर्टी डीलर मनीष
पुलिस अभिरक्षा में रखे गए मनीष के दोनों दोस्त प्रदीप और हरि चौहान ने बताया कि कमरे में घुसकर पुलिस उनके साथ बदसलूकी कर रही थी। मनीष ने कहा कि हम लोग जमीन कारोबारी हैं उसी सिलसिले में अपने मित्र चंदन के बुलावे पर यहां आए हैं। उन लोगों ने अपना आधार कार्ड भी दिखाया। इसके बाद भी पुलिसवाले कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने रात को ही चंदन को भी बुला लिया। उसने भी बताया कि तीनों मेरे मित्र हैं और मेरे बुलावे पर यहां आए हैं। एसएचओ रामगढ़ताल जेएन सिंह ने कहा कि होटल में सीसीटीवी कैमरा लगा है। ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। मनीष से तो उन लोगों की बहस भी नहीं हुई।
इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा विपिन ताडा ने बताया कि परिवार से बात की गई है। उनका आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की पिटाई के चलते मनीष की मौत हुई है। पुलिसकर्मियों से भी बात की गई है, लेकिन वह ऐसी किसी घटना से इनकार कर रहे हैं। फिलहाल निष्पक्ष जांच के लिए एसएचओ, चौकी इंचार्ज समेत चेकिंग में शामिल सभी छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। एसपी सिटी को जांच सौंपी गई है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और साफ होगी।