BRD Medical College गोरखपुर में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल पर संशय Gorakhpur News
कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल को लेकर संशय की स्थिति है। बीआरडी मेडिकल कालेज में होने वाले ट्रायल के लिए कालेज प्रशासन ने लगभग दो हजार वालंटियर तैयार कर लिया है लेकिन इसके ट्रायल पर अभी संशय है।
गोरखपुर, जेएनएन। भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन (को वैक्सीन) के तीसरे चरण के ट्रायल को लेकर संशय की स्थिति है। बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज में होने वाले ट्रायल के लिए कालेज प्रशासन ने लगभग दो हजार वालंटियर तैयार कर लिया है, लेकिन अब तक भारत बायोटेक के न तो अधिकारी आए हैं और न ही कोई सूचना। फिलहाल इस वैक्सीन का ट्रायल एम्स, पटना में होने की सूचना मिल रही है। हालांकि इस बारे में कालेज प्राचार्य को कोई अधिकृत सूचना नहीं है।
एम्स, पटना में ट्रायल की सूचना, बीआरडी को जानकारी नहीं
इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) के प्लानिंग कोआर्डिनेटर डा. रजनीकांत ने बताया कि वैक्सीन के ट्रायल के लिए पहले बीआरडी का नाम आया था, लेकिन अब भारत बायोटेक एम्स, पटना में ट्रायल कराना चाह रहा है। हालांकि ट्रायल कहां होगा, इस बारे में अभी फैसला नहीं हुआ है।
वालंटियर तैयार, नहीं आए भारत बायोटेक के अधिकारी
बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. गणेश कुमार को शासन की ओर से जानकारी दी गई थी कि आइसीएमआर के सहयोग से तैयार भारत बायोटेक की वैक्सीन का ट्रायल अक्टूबर में होगा। इसके बाद एक माह का समय और बढ़ा दिया गया। ट्रायल के लिए तीन सदस्यीय टीम भी गठित कर दी गई। कालेज प्रशासन द्वारा तैयार वालंटियरों में ज्यादातर कालेज के डाक्टर व कर्मचारी हैं। प्राचार्य डॉ गणेश कुमार का कहना है कि पहले अक्तूबर में ही ट्रायल होना था, लेकिन शासन की ओर से समय और बढ़ा दिया गया था। इसके बाद से अब तक न शासन की ओर से कोई संपर्क किया गया है और न ही भारत बॉयोटेक की ओर से। ऐसे में वैक्सीन ट्रायल के संबंध में सही जानकारी दे पाना संभव नहीं है। अगर शासन अनुमति देगा तो वैक्सीन का ट्रायल बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जरूर होगा।
दो चरण का ट्रायल हो चुका है गोरखपुर में
भारत बॉयोटेक के कोवैक्सीन के दो चरण का ट्रायल दो बार में गोरखपुर के राणा हास्पिटल में हो चुका है। पहली बार आठ और दूसरी बार 14 वालंटियरों को वैक्सीन लगाई गई थी। इसके बाद उनके स्वास्थ्य की 42 दिन तक निगरानी की गई लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कोई शिकायत नहीं मिली है। इसे देखते हुए भारत बॉयोटेक ने तीसरे चरण के ट्रायल के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज का चयन किया था।