वाजिद हत्याकांड : पुलिस ने सुबह दोबारा किया घटनास्थल का निरीक्षण, करीबियों पर संदेह
वाजिद के हिस्से में एक मकान व जमीन थी। वह बहन के हिस्से में मिले मकान में रहता था। पुलिस क्षेत्राधिकारी रत्नेश सिंह का कहना है कि हत्यारोपित मृतक का कोई जानने वाला हो सकता है। उसने शाम के समय घटना को अंजाम दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखनाथ थाना क्षेत्र के लच्छीपुर बिस्मिलनगर में बुधवार शाम सिर कूंचकर 35 वर्षीय वाजिद अली की हत्या कर दी गई। पुलिस को इसमें वाजिद के करीबियों पर संदेह है। इस दिशा में पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है। गुरुवार सुबह भी पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
वाजिद की हत्या, आरोपित ने घंटे भर के भीतर की है। इस अवधि में आरोपित ने कमरे में प्रवेश किया। उसकी हत्या की और फरार हो गया। मृतक के साथ में उसका चौकीदार कृष्ण बहादुर थापा रहता था। घटना के समय वह घर पर नहीं था। इससे प्रतीत होता है कि आरोपित पूरी प्लाङ्क्षनग के साथ घटना को अंजाम दिया है। यही कारण है कि उसे वाजिद के पड़ोसी न ही घर में घुसते देख सके और न ही बाहर निकलते। मौके पर स्टील का एक भी पुलिस ने टूटा पाया है। इससे अंदाजा लगाया जाता है कि आरोपित व मृतक के बीच संघर्ष भी हुआ है।
बड़े भाई की तहरीर पर हत्या का मुकदमा
मृतक के भाई अब्दुल कादिर कि तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। वाजिद के मुहल्ले के लोगों का यह भी कहना है कि वाजिद के तीन भाईयों के बीच में संपत्ति विवाद भी है। इसमें बुधवार को ही पंचायत होनी थी, लेकिन उससे पूर्व यह घटना हो गई। वाजिद के हिस्से में एक मकान व जमीन थी। वह बहन के हिस्से में मिले मकान में रहता था। पुलिस क्षेत्राधिकारी रत्नेश सिंह का कहना है कि हत्यारोपित मृतक का कोई जानने वाला हो सकता है। उसने शाम के समय घटना को अंजाम दिया।