Move to Jagran APP

परिषदीय स्कूलों की संवरेगी सूरत, बाढ़ से क्षतिग्रस्त प्रति स्कूल 1.50 लाख रुपये देगा शासन

इस साल बाढ में जिले के 261 परिषदीय स्‍कूल पानी में डूब गए थे। लगातार कई दिनों तक जलमग्‍न होने की वजह से ये विद्यालय क्षतिग्रस्‍त हो गए थे। प्रत्‍येक स्‍कूल की मरम्‍मत के लिए शासन ने 150 लाख रुपये दिया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 03:30 PM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 05:45 PM (IST)
परिषदीय स्कूलों की संवरेगी सूरत, बाढ़ से क्षतिग्रस्त प्रति स्कूल 1.50 लाख रुपये देगा शासन
गोरखपुर में बाढ में डूबा प्राथमिक स्‍कूल। जागरण (फाइल फोटो)

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बाढ़ का कहर खत्म होने के साथ ही शासन ने क्षतिग्रस्त स्कूलों के भवनों को संवारने की कवायद शुरू कर दी है। शासन ने बीएसए से जिले के क्षतिग्रस्त स्कूलों के सबंध में प्रस्ताव मांगा है। ताकि प्रभावित स्कूलों के भवनों का समय से मरम्मत कार्य पूर्ण हो सके।

loksabha election banner

बाढ से प्रभावित थे जिले के 261 स्‍कूल

शासन के निर्देश पर बीएसए ने जिले में बाढ़ से प्रभावित 261 स्कूलों में चहारदीवारी, फर्श मरम्मत, दीवार, शौचालय, खिड़की व दरवाजे के मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेज दिया है। क्षतिग्रस्त भवनों के मरम्मत पर तीन करोड़ से अधिक धन खर्च होंगे।

मरम्‍मत के लिए शासन ने प्रति स्‍कूल दिए 1.50 लाख

भवनों के तात्कालिक मरम्मत के लिए शासन 1.50 लाख रुपये प्रति यूनिट गुणवत्ता के अनुसार सहायता प्रदान करेगा। भेजे गए प्रस्ताव के तहत प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक स्कूलों के लिए एक लाख रुपये से अधिक की राशि की मांग की गई है। विभाग ने यह बजट बाढ़ से स्कूल में हुए नुकसान के आधार पर तैयार किया है।

किस ब्लाक में कितने स्कूल

बाढ़ से प्रभावित जिले में सर्वाधिक 38 स्कूल पिपरौली ब्लाक में है। जबकि पाली में चार, खजनी में छह, कौड़ीराम में 18, कैंपियरगंज में 14, खोराबार में 21, जंगल कौड़िया में 16, बड़हलगंज में 25, बांसगांव में 34, सरदारनगर में तीन, सहजनवां में 21, नगर क्षेत्र में एक, चरगांवा में 11, ब्रह्मपुर में 16, बेलघाट में दो, उरुवा में नौ तथा भरोहिया में 22 स्कूल हैं।

धन अवमुक्‍त होते ही शुरू हो जाएगा मरम्‍मत का काम

जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए 261 स्कूलों के मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया गया है। अब बाढ़ का प्रकोप खत्म हो चुका है। ऐसे में धन अवमुक्त होते ही मरम्मत कार्य शुरू कराया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.