बस्ती जेल में दूसरे रेंज के अधिकारियों का अचानक निरीक्षण, दी चेतावनी Basti News
बस्ती के जिला जेल में लखनऊ रेंज के डीआइजी जेल ने छापेमारी की। उन्होंने तीन बार जांच की। कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली।
By Edited By: Published: Thu, 04 Jul 2019 08:30 AM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2019 09:43 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। बस्ती जिला कारागार में सुबह लखनऊ रेंज के डीआइजी जेल उमेश कुमार श्रीवास्तव ने औचक छापेमारी की। बाहर से आई पुलिस फोर्स के साथ तीन राउंड जेल की तलाशी कराई। किसी तरह की आपत्तिजनक वस्तुएं न बरामद होने पर जेल प्रशासन ने राहत की सांस ली है। डीजी जेल आनंद कुमार ¨सह के निर्देश पर पहली बार बस्ती जेल में दूसरे रेंज के अधिकारी ने छापेमारी की है।
जेल सूत्रों के अनुसार सुबह 5.30 बजे लखनऊ रेंज के डीआइजी जेल उमेश कुमार श्रीवास्तव पुलिस फोर्स के साथ अचानक बस्ती जेल पहुंचे। उन्होंने तत्काल बैरकों की तलाशी शुरू करा दी। एक-एक कर सभी बैंरकों की तलाशी हुई। एक राउंड तलाशी के बाद डीआइजी, जेल दफ्तर में बैठे। इसके बाद उन्होंने दो बार और बैरकों की सघन तलाशी कराई। इसके बाद भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिले। डीआइजी रेंज ने यहां से जाते-जाते जेल अधिकारियों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि कारागार में किसी प्रकार की भी आपत्तिजनक वस्तुएं नहीं पहुंचनी चाहिए।
अगर प्रतिबंधित वस्तुएं पाई गईं तो संबंधित जेल अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद वह फोर्स के साथ राजधानी लखनऊ लौट गए। लगातार तीन दिन से चर्चा में है जिला जेल जिला कारागार एक जुलाई से लगातार सुर्खियों में है। तीन दिन पहले जेलर अनिल कुमार सुधाकर का तबादला हो गया तो एक जुलाई को बस्ती जेल में तैनात बंदी रक्षकों की स्क्री¨नग कराई गई। दागी बंदी रक्षकों को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त किए जाने के लिए वरिष्ठ अधीक्षक कारागार बलरामपुर एसके शर्मा की अध्यक्षता में कारागार अधीक्षक सिद्धार्थनगर राकेश कुमार और जेलर बस्ती की मौजूदगी में बस्ती के बंदी रक्षकों की स्क्री¨नग हुई।
दागी बंदी रक्षकों के अभिलेखों की जांच की गई। जानकारों की मानें तो इस बार आधा दर्जन से अधिक बंदी रक्षकों के ऊपर बर्खास्तगी की कार्रवाई हो सकती है। इसमें वह बंदी रक्षक भी शामिल हैं जिनकी अपराधियों से सांठगांठ है तथा जेल में भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। नवागत जेलर सतीश चंद्र त्रिपाठी ने संभाला कार्यभार बस्ती जिला कारागार में नवागत जेलर सतीश चंद्र त्रिपाठी ने कार्यभार संभाल लिया है। यहां तैनात जेलर अनिल कुमार सुधाकर का तबादला शासन ने जिला जेल सोनभद्र के लिए कर दिया है। उनके स्थान पर गाजीपुर जिला कारागार में तैनात जेलर सतीश चंद्र त्रिपाठी को बस्ती भेजा गया है। त्रिपाठी ने कार्यभार संभाल लिया।
चार्ज लेने के बाद अनौपचारिक बातचीत में कहा कि कारागार में बंदियों के साथ समान व्यवहार किया जाएगा। किसी तरह की आपत्तिजनक वस्तुओं को जेल में नहीं जाने दिया जाएगा। इसके लिए जेल गेट से लेकर सर्किल और बैरक तक निगरानी बढ़ा दी गई है।
जेल सूत्रों के अनुसार सुबह 5.30 बजे लखनऊ रेंज के डीआइजी जेल उमेश कुमार श्रीवास्तव पुलिस फोर्स के साथ अचानक बस्ती जेल पहुंचे। उन्होंने तत्काल बैरकों की तलाशी शुरू करा दी। एक-एक कर सभी बैंरकों की तलाशी हुई। एक राउंड तलाशी के बाद डीआइजी, जेल दफ्तर में बैठे। इसके बाद उन्होंने दो बार और बैरकों की सघन तलाशी कराई। इसके बाद भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिले। डीआइजी रेंज ने यहां से जाते-जाते जेल अधिकारियों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि कारागार में किसी प्रकार की भी आपत्तिजनक वस्तुएं नहीं पहुंचनी चाहिए।
अगर प्रतिबंधित वस्तुएं पाई गईं तो संबंधित जेल अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद वह फोर्स के साथ राजधानी लखनऊ लौट गए। लगातार तीन दिन से चर्चा में है जिला जेल जिला कारागार एक जुलाई से लगातार सुर्खियों में है। तीन दिन पहले जेलर अनिल कुमार सुधाकर का तबादला हो गया तो एक जुलाई को बस्ती जेल में तैनात बंदी रक्षकों की स्क्री¨नग कराई गई। दागी बंदी रक्षकों को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त किए जाने के लिए वरिष्ठ अधीक्षक कारागार बलरामपुर एसके शर्मा की अध्यक्षता में कारागार अधीक्षक सिद्धार्थनगर राकेश कुमार और जेलर बस्ती की मौजूदगी में बस्ती के बंदी रक्षकों की स्क्री¨नग हुई।
दागी बंदी रक्षकों के अभिलेखों की जांच की गई। जानकारों की मानें तो इस बार आधा दर्जन से अधिक बंदी रक्षकों के ऊपर बर्खास्तगी की कार्रवाई हो सकती है। इसमें वह बंदी रक्षक भी शामिल हैं जिनकी अपराधियों से सांठगांठ है तथा जेल में भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। नवागत जेलर सतीश चंद्र त्रिपाठी ने संभाला कार्यभार बस्ती जिला कारागार में नवागत जेलर सतीश चंद्र त्रिपाठी ने कार्यभार संभाल लिया है। यहां तैनात जेलर अनिल कुमार सुधाकर का तबादला शासन ने जिला जेल सोनभद्र के लिए कर दिया है। उनके स्थान पर गाजीपुर जिला कारागार में तैनात जेलर सतीश चंद्र त्रिपाठी को बस्ती भेजा गया है। त्रिपाठी ने कार्यभार संभाल लिया।
चार्ज लेने के बाद अनौपचारिक बातचीत में कहा कि कारागार में बंदियों के साथ समान व्यवहार किया जाएगा। किसी तरह की आपत्तिजनक वस्तुओं को जेल में नहीं जाने दिया जाएगा। इसके लिए जेल गेट से लेकर सर्किल और बैरक तक निगरानी बढ़ा दी गई है।
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