गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने बनाया वाट्सएप ग्रुप, मार्गदर्शन के लिए शिक्षक भी शामिल Gorakhpur News
विश्वविद्यालय के छात्रों ने मार्गदर्शन के लिए विभाग के शिक्षकों को भी शामिल किया है। इस ग्रुप में विद्यार्थी अध्ययन से जुड़ी अपनी शंका को साझा कर रहे हैं। पहले विद्यार्थी एक-दूसरे की शंका का यथासंभव समाधान कर रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना काल के दौरान खुद को सुरक्षित रख सकें और पढ़ाई में भी कोई व्यवधान न आए, इसके लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कई विभागों के विद्यार्थियों ने एक उपयोगी पहल की है। आनलाइन कक्षाओं के बाद अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए उन्होंने अपनी कक्षा के विद्यार्थियों का एक वाट्सएप ग्रुप बनाया है।
अध्ययन से जुड़ी शंकाओं का हो रहा समाधान
मार्गदर्शन के लिए इसमें विभाग के शिक्षकों को भी शामिल किया है। इस ग्रुप में विद्यार्थी अध्ययन से जुड़ी अपनी शंका को साझा कर रहे हैं। पहले विद्यार्थी एक-दूसरे की शंका का यथासंभव समाधान कर रहे हैं। जब उनसे समाधान संभव नहीं हो रहा तो शिक्षक उनका मार्गदर्शन कर दे रहे। इसे लेकर उन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन की सराहना भी मिल रही है। शिक्षकों का कहना है कि अध्ययन के प्रति विद्यार्थियों की यह ललक उनका भविष्य सुरक्षित करेगी। इस समय जबकि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते पूरा जीवन भी ठहर सा गया है, उसमें पढ़ाई को सुचारू रूप से जारी रखने का विवि के विद्यार्थियों को प्रयास अन्य संस्थाओं के लिए नजीर साबित होगा।
क्या कहते हैं छात्र
एमए (अंग्रेजी) अंतिम वर्ष के छात्र एवं ग्रुप एडमिन शशांक पांडेय का कहना है कि कई विद्यार्थी ऐसे भी हैं, जो बेहतर नेटवर्क के अभाव में आनलाइन कक्षाओं को अबाधित रूप से अटेंड नहीं कर पाते। उनके लिए यह ग्रुप काफी कारगर साबित हो रहा। कक्षा का समय, सेलबस, कक्षा के बाद उठने वाले सवालों का जवाब विद्यार्थियों को ग्रुप पर सहजता से मिल जा रहा। इसी तरह से राजनीति विज्ञान (अंतिम वर्ष) के छात्र एवं ग्रुप एडमिन गणेश पाठक का कहना है कि इस ग्रुप के बनाने से छात्राओं को आनलाइन कक्षाओं की सूचना समय से मिल जा रही है। कक्षा के बाद विषय पर संवाद का माध्यम भी बन गया है यह ग्रुप। विभाग के शिक्षक भी हमारा खूब साथ दे रहे हैं। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अजय सिंह का कहना है कि यह अच्छा लग रहा है इस कोरोना काल में विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को लेकर जागरूक और चैतन्य हैं। विद्यार्थियों की यह पहल बेहद सराहनीय है। निश्चित रूप विद्यार्थियों को इसका भविष्य में भी लाभ मिलेगा।