वसूली में शामिल आरटीओ के अधिकारियों के बारे में एसटीएफ ने एसआइटी को दिए कई साक्ष्य Gorakhpur News
गोरखपुर आजमगढ़ और बस्ती मंडल के कई ट्रांसपोर्टरों ने आइजी एसटीएफ को पत्र भेजा। जिसमें नामजद किए गए अधिकारियों सिपाहियों और दलालों पर अवैध वसूली करने केे आरोप है।
गोरखपुर, जेएनएन। ओवरलोड ट्रकों को पार कराने के लिए वसूली करने वाले गैंग के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को कई और साक्ष्य मिले हैं। जिसमें आरटीओ के अधिकारियों के गैंग से जुडऩे का प्रमाण है। सबूत हाथ लगने के बाद एसआइटी (स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम ) ने कार्रवाई तेज कर दी है। इससे कई अधिकारी, सिपाही और दलाल सीधे निशाने पर आ गए हैं।
नामजद हैं 16 जिलों के आरटीओ के अधिकारी
गैंग का पर्दाफाश होने के बाद गोरखपुर, आजमगढ़ और बस्ती मंडल के कई ट्रांसपोर्टरों ने आइजी एसटीएफ को पत्र भेजा। जिसमें नामजद किए गए अधिकारियों, सिपाहियों और दलालों पर अवैध वसूली करने केे आरोप है।
ट्रांसपोर्टरों से मिला साक्ष्य
ट्रांसपोर्टरों ने पत्र में लिखा है कि मधुबन होटल के संचालक और उसके साथियों के कहने पर आरटीओ के अधिकारी टोकन न लेने वाले ट्रांसपोर्टरों की गाड़ी के खिलाफ कार्रवाई करते थे। कई लोगों ने चालान की रसीद भी भेजी है। कई आरोपितों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद एसआइटी ने उनकी निगरानी शुरू कर दी है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
गोरखपुर में तैनात रहे बाबू की भूमिका भी सामने आई
एसआइटी की जांच में गोरखपुर में तैनात रहे आरटीओ के एक बाबू का नाम भी सामने आया है। जो ओवरलोड ट्रकों को पास कराने वाले गैंग से जुड़ा है। वर्तमान में बाबू की तैनाती बस्ती मंडल में है।
साक्ष्य हो रहा एकत्रित
इस संबेंध में एसएसपी डा. सुनील गुप्त का कहना है कि ओवरलोड ट्रकों से वसूली करने की जांच में एसआइटी को कई अहम जानकारियां मिली हैं। आरोपितों के खिलाफ साक्ष्य एकत्र किया जा रहा है।