गोरखपुर को नये साल में मिलेगी तीसरी लाइन की सौगात, प्रक्रिया शुरू
डोमिनगढ़-गोरखपुर और गोरखपुर-कैंट के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाई जाएगी। टेंडर आदि की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय स्टेशन गोरखपुर के यार्ड में अब बेवजह मालगाड़ियां खड़ी नहीं होंगी। वह यार्ड के किनारे से सीधे रन थू्र गोंडा या छपरा के लिए निकल जाएंगी। इसके लिए डोमिनगढ़-गोरखपुर-गोरखपुर कैंट के बीच तीसरी लाइन बिछाई जाएगी। टेंडर आदि की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। नए वर्ष में यह नई रेल लाइन बिछ जाएगी।
गोरखपुर में तीसरी लाइन बिछ जाने से मालगाड़ियां समय से चलेंगी, साथ ही यात्री ट्रेनों का समय पालन भी दुरुस्त हो जाएगा। लंबी दूरी की ट्रेनें कैंट, डोमिनगढ़ और नकहा में बिना वजह नहीं खड़ी होंगी। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार तीसरी रेल लाइन के अलावा गोरखपुर-नकहा दोहरीकरण के लिए रेल मंत्रालय ने धन आवंटित कर दिया है।
छपरा-बलिया दोहरीकरण परियोजना के तहत रेवती-बकुलहा, वाराणसी - माधोसिंह - इलाहाबाद और औंडिहार - जौनपुर का दोहरीकरण भी वर्ष 2019-20 में पूरा कर लिया जाएगा। गाजीपुर सिटी-औंडिहार दोहरीकरण परियोजना के तहत तरांव-अंकुशपुर-गाजीपुर सिटी, बलिया-गाजीपुर सिटी, मल्हौर-डालीगंज दूसरी लाइन, इंदारा-मऊ, फेफना-इंदारा, मऊ-शाहगंज रेलमार्ग पर चल रहे कार्य अगले वर्ष पूरे कर लिए जाएंगे। बीसलपुर-शाहजहांपुर रेलमार्ग का आमान परिवर्तन भी अगले वर्ष पूरा हो जाएगा।
हथुआ- भटनी नई रेल लाइन पर भी चलेंगी ट्रेनें
नई रेल लाइन परियोजना में हथुआ- भटनी के अंतर्गत पंचदेवरी-भटनी का कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा। वाराणसी मंडल के महराजगंज-मसरख 70 किमी नई रेल लाइन पर ट्रेनें चलने लगी हैं। गोंडा-बहराइच का आमान परिवर्तन पूरा हो चुका है। ऐशबाग-सीतापुर जंक्शन का आमान परिवर्तन और वाराणसी सिटी- वाराणसी जंक्शन का दोहरीकरण पूरा हो गया है।
कप्तानगंज-थावे रेलमार्ग पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेनें
गोरखपुर कैंट-वाल्मीकिनगर और सारनाथ-वाराणसी सिटी रेल मार्ग का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। वाराणसी- गाजीपुर सिटी-बलिया रेलखंड पर कार्य चल रहा है। इसके अलावा छपरा-बलिया, वाराणसी-प्रयागराज, मनकापुर-कटरा अयोध्या, औंड़िहार-जौनपुर, कप्तानगंज - थावे, मथुरा-कासगंज-फर्रुखाबाद-कल्याणपुर रेलमार्ग का विद्युतीकरण नए वर्ष में पूरा हो जाएगा।