Move to Jagran APP

UP: ग्रामीण स्तर पर निखारी जाएंगी खेल प्रतिभाएं, नई खेल नियमावली बनी

ग्रामीण स्तर पर खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए यूपी सरकार ने खेल नियमावली में संशोधन किया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 02:50 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 02:50 PM (IST)
UP: ग्रामीण स्तर पर निखारी जाएंगी खेल प्रतिभाएं, नई खेल नियमावली बनी
UP: ग्रामीण स्तर पर निखारी जाएंगी खेल प्रतिभाएं, नई खेल नियमावली बनी

गोरखपुर, जेएनएन। प्रदेश में खेलों के विकास के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। आमतौर पर निष्क्रिय रहने वाली जिला खेलकूद प्रोत्साहन समिति को समाप्त कर दिया गया है। इसके स्थान पर तहसील, जिला एवं मंडल स्तर पर तीन समितियों का गठन किया जाएगा। इन समितियों में खिलाड़ियों के साथ ही विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। ये समितियां ग्रामीण स्तर से ही खेल प्रतिभाओं का चयन करेंगी और उन्हें आगे बढ़ाने में योगदान देंगी।

loksabha election banner

सरकार ने जिला खेलकूद प्रोत्साहन नियमावली 1984 के स्थान पर उत्तर प्रदेश खेल विकास एवं प्रोत्साहन नियमावली 2020 बनाई है। पुरानी नियमावली के तहत हर जिले में जिला खेलकूद प्रोत्साहन समिति होती थी लेकिन धरातल पर इसकी सक्रियता नजर नहीं आती थी। खेलकूद के विकास में भी इस समिति की कोई सीधी भूमिका नहीं होती थी। इसे देखते हुए शासन ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए नियमावली में बदलाव किया है। नई नियमावली के तहत हर जिले में जिला खेल विकास एवं प्रोत्साहन समिति व तहसील स्तर पर तहसील खेल विकास एवं प्रोत्साहन समिति होगी। मंडल में मंडल खेल विकास एवं प्रोत्साहन समिति का गठन किया जाएगा। मंडल स्तर पर मंडलायुक्त, जिला स्तर पर जिलाधिकारी एवं तहसील स्तर पर एसडीएम समिति के अध्यक्ष होंगे। पुलिस क्षेत्राधिकारी को तहसील स्तर पर, पुलिस कप्तान को जिला एवं डीआईजी को मंडल स्तर की समिति में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाएगी। सचिव की भूमिका में खेल से जुड़े अधिकारी होंगे। इन समितियों का पांच अगस्त तक पंजीकरण कराकर विवरण 10 अगस्त तक शासन को भेज देना होगा।

यह होगा काम

तहसील स्तर की समिति की जिम्मेदारी अधिक होगी। ग्रामीण स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों को शामिल कराना होगा। खेलो इंडिया के एप पर सभी का पंजीकरण कराना होगा। जिला समिति से तालमेल रखना होगा। समिति में स्थानीय तहसील के दो वरिष्ठ खिलाड़ियों को भी स्थान दिया जाएगा। ये खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे। इसमें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग व खेल संघों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। अच्छे खिलाड़ियों के नाम खेल छात्रावास एवं स्पोर्ट्स कालेज के लिए प्रस्तावित किए जाएंगे। जिला खेल समिति भी ये काम जिले स्तर पर करेगी। उसका मुख्य काम तहसील व मंडल के बीच समन्वय बनाना भी है। सभी समितियां शासन से मिलने वाले फंड के अलावा अलग से बजट भी जुटाएंगी।

 खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए तीन स्तर पर समितियों का गठन किया जाएगा। समय से विवरण शासन को भेज दिया जाएगा। - अरुणेंद्र पांडेय, क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.