पीएमएजीवाइ के तहत 14 गांव होंगे चकाचक
राजस्व गांवों में विकास कार्य के लिए दिए गए 1.40 करोड़ रुपये
संतकबीर नगर: जनपद के 14 राजस्व गांव जल्द चकाचक होंगे। इन गांवों में विकास का काम शुरू करवाया गया है। इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत को पहली किस्त के रूप में 10-10 लाख कुल 1.40 करोड़ रुपये दे दिए गए हैं। लगभग 50 फीसद विकास कार्य पूर्ण हो जाने पर पुन: दूसरी किस्त के रूप में इतनी ही धनराशि इन ग्राम पंचायतों को दे-दी जाएगी।
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना (पीएमएजीवाइ) के तहत दो वित्तीय सत्रों में 10-10 कुल 20 राजस्व गांव चयनित किए गए थे। इस योजना में वित्तीय सत्र 2019-20 में चयनित खलीलाबाद ब्लाक का राजस्व गांव मिश्रौलिया सीमा विस्तार के चलते करीब दो वर्ष पहले नगरपालिका परिषद खलीलाबाद में शामिल हो गया। इसकी वजह से चयनित राजस्व गांवों की संख्या घटकर 20 से 19 हो गई। वहीं, करीब आठ माह पूर्व चयनित गांवों में जांच के लिए टीम पहुंची। सड़क, बिजली, पानी सहित अन्य जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता के आधार पर 19 में से 14 गांवों का चयन किया। इसमें वित्तीय सत्र 2018-19 में चयनित हैंसर बाजार के भरवलपर्वता, खलीलाबाद के सियरासाथा, पौली के मड़पौना व बेलहरकला के रमवापुर, नाथनगर के गिठनी, कड़सरा व साखी आदि सात राजस्व गांव शामिल हैं। वहीं, वित्तीय सत्र 2019-20 में चयनित हैंसर बाजार के बैजनाथपुर, दुघराकला व डुहियाखुर्द, नाथनगर के बंधूपुर, बघौली के भगठी एवं खलीलाबाद ब्लाक के मैनसिर व भगठान आदि सात राजस्व गांव शामिल हैं। इनमें से प्रत्येक राजस्व गांव के लिए पहली किस्त के रूप में 10-10 लाख यानी 14 गांवों के लिए 1.40 करोड़ रुपये विकास कार्यों के लिए दिए गए हैं। इन गांवों में इंटरलाकिग सड़क, नाली, खड़ंजा, हैंडपंप, आंगनबाड़ी केंद्र, एएनएम सेंटर आदि निर्माण कार्य कराए जाएंगे। विकास कार्यों से वंचित हुए यह पांच राजस्व गांव
बजट के अभाव में वित्तीय सत्र 2018-19 में हैंसर बाजार के भैंसाखूंट व सुरैना, बघौली के पड़ोखर तथा वित्तीय सत्र 2019-20 में चयनित हैंसर बाजार के सोनडीहा व नाथनगर ब्लाक के धौरेपार बढ़या राजस्व गांव विकास कार्यों से वंचित हो गए हैं। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत चयनित इन पांच राजस्व गांवों को विकास कार्यों के लिए पैसे नहीं दिए गए हैं। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना में चयनित 14 राजस्व गांवों का विकास किया जा रहा है। कुछ जगहों पर काम भी शुरू हो गया है। जहां काम हो रहा है वहां 50 फीसद विकास कार्य पूर्ण हो जाने पर दूसरी किस्त दी जाएगी।
सुरेंद्र नाथ श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी