Gorakhpur Coronavirus: मुंबई से 150 यात्रियों को लेकर गोरखपुर पहुंची स्पेशल एक्सप्रेस Gorakhpur News
प्लेटफार्म पर 01093 नंबर की स्पेशल एक्सप्रेस से लगभग 150 यात्री ही उतरे। अधिकतर खलीलाबाद बस्ती गोंडा और लखनऊ आदि स्टेशनों पर ही उतर गए थे। जो गोरखपुर उतरे थे उनमें से कुछ पंचायत चुनाव में वोट डालने आए हैं तो कुछ छुट्टियां मनाने।
गोरखपुर, जेएनएन। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर नौ पर जब मुंबई के यात्री उतरे तो उनके चेहरे पर निश्चिंतता के भाव थे। न कोई डर और न यात्रा की थकावट। चेहरे पर सकुशल पहुंचने का सुकून जरूर झलक रहा था, लेकिन बातचीत में लगा कि उन्हें रोजी-रोटी की चिंता फिर से सताने लगी है। उनका कहना था कि मुंबई में पिछले साल जैसे हालात बनने लगे हैं।
पंचायत चुनाव में वोट डालने आए हैं ज्यादातर यात्री
प्लेटफार्म पर 01093 नंबर की स्पेशल एक्सप्रेस से लगभग 150 यात्री ही उतरे। अधिकतर खलीलाबाद, बस्ती, गोंडा और लखनऊ आदि स्टेशनों पर ही उतर गए थे। जो गोरखपुर उतरे थे, उनमें से कुछ पंचायत चुनाव में वोट डालने आए हैं तो कुछ छुट्टियां मनाने। कुछ होटल व माल बंद होने के चलते घर लौट रहे थे। मुंबई के शांताक्रूज स्थित एक प्राइवेट फर्म में कार्य करने वाले सलेमपुर निवासी विक्रम ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में तेजी के साथ कोरोना वायरस फैल रहा है। कुछ क्षेत्रों में नाइट कफ्र्यू भी लग गया है। लोग डर रहे हैं कि कहीं दोबारा लाकडाउन न हो जाए। पास ही खड़े राजेश कुमार ने बताया कि अब तो होटल व माल भी बंद होने लगे हैं। टीका लगवाने को लेकर मारामारी मची हुई है। दरअसल, मुंबई से पूर्वांचल आने वाले लोगों की भीड़ बढऩे लगी है। रुटीन स्पेशल ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा। ऐसे में रेलवे ने रुटीन के अलावा स्पेशल ट्रेनों का संचालन भी शुरू कर दिया है। रोजाना औसत सात ट्रेनों से करीब छह हजार लोग गोरखपुर पहुंच रहे हैं।
कोविड जांच के नाम पर खानापूर्ति, 25 में से एक पाजिटिव
प्लेटफार्म नंबर नौ पर कोरोना जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हुई। 25 यात्रियों की जांच में एक कोरोना पाजिटिव मिला। जांच कर्मियों ने उसे होम क्वारंटाइन के लिए घर भेज दिया। उत्तरी गेट पर एक भी एंबुलेंस नहीं दिखी। आरपीएफ और मंडल वाणिज्य निरीक्षक डीके श्रीवास्तव, विशाल श्रीवास्तव और जफर की टीम ने यात्रियों स्टेशन परिसर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। उन्हें उत्तरी गेट से ही बाहर कर दिया।
क्या बोले यात्री
सलेमपुर के राज कपूर गुप्ता का कहना है कि पिताजी की तबीयत खराब है, उन्हें देखने के लिए आया हूं। अगले सप्ताह वापस चला जाऊंगा, लेकिन स्थिति बिगड़ रही है। वहीं बेलघाट के प्रमोद कुमार का कहना है किब मित्र चुनाव लड़ रहा है। वोट डालने आया हूं। चुनाव बाद चला जाऊंगा। लोगों में लाकडाउन की चिंता सता रही है। जबकि महराजगंज जनपद के छबिलाल तिवारी का कहना है कि होटल में काम करता हूं। बढ़ते संक्रमण के चलते होटल बंद हो रहे हैं। बैठकर क्या करता। घर आ गया हूं। झगहा के राज किरन विश्वकर्मा का कहना है कि बच्चों की छुट्टी है। मैंने भी छुट्टी ले ली है। छुट्टी भी मन जाएगी और चुनाव में भी शामिल हो जाऊंगा।