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बहनों की सुरक्षा कर रहा 12वीं के छात्र माधवम का बहन एप

सेवरही निवासी व लखनऊ स्थित माडर्न एकेडमी विराम खंड गोमतीनगर लखनऊ में विज्ञान वर्ग से 12वीं में पढ़ने वाले माधवम प्रताप शाही पढ़ाई-लिखाई के साथ कुछ अलग करने की सोच रखते हैं। कोविड 19 के कारण अ्रपैल 2020 में देश में लगे लाकडाउन के समय वे अपने घर आ गए।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 04:07 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 04:07 PM (IST)
बहनों की सुरक्षा कर रहा 12वीं के छात्र माधवम का बहन एप
बहन एप बनाने वाले महराजगंज के माधवम प्रताप शाही। फोटो सौ. स्‍वयं

गोरखपुर, धनेश्वर पांडेय। कुशीनगर के 12वीं के छात्र ने एक ऐसा एप तैयार किया है, जो संकट के समय बहन बेटियों के लिए बेहद मददगार साबित हाेगा। मुश्किल घड़ी में सिर्फ मोबाइल के जरिये एक क्लिक कर पुलिस की मदद ली जा सकती है। एप की विशेषता है कि यह न्यूनतम नेटवर्किंग व बैट्री क्षमता होने पर भी ठीक ढंग से काम करेगा। यहां एक दर्जन से अधिक छात्राओं ने मदद मांगी हैं, जिन्हें एप के जरिये पुलिस सहायता प्राप्त हुई।

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विज्ञान वर्ग के छात्र हैं माधवम

सेवरही कस्बा निवासी व लखनऊ स्थित माडर्न एकेडमी विराम खंड गोमतीनगर लखनऊ में विज्ञान वर्ग से 12वीं में पढ़ने वाले माधवम प्रताप शाही पढ़ाई-लिखाई के साथ कुछ अलग करने की सोच रखते हैं। कोविड 19 के कारण अ्रपैल 2020 में देश में लगे लाकडाउन के समय वे अपने घर आ गए। पढ़ाई के साथ साथ उसने महिला सुरक्षा को लेकर एप तैयार करने की ठानी। इंटपनेट पर घंटों अध्ययन किया। लगभग तीन माह की मेहनत के बाद उसने बहन नाम से एक एप बनाई। जिसके जरिये महिलाएं-लड़कियां कम समय में अधिक से अधिक लाेगों तक अपना संदेश पहुंचा सकतीं हैं। बहन एप द्वारा महज कुछ सेकेंड में छह किमी की परिधि में मौजूद पुलिसकर्मियों तक मदद का संदेश पहुंचया जा सकेगा।

प्ले स्टोर से किया जा सकता डाउनलोड

बहन एप गुगल प्ले स्टोर पर मौजूद है। इसे डाउनलोड कर इस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है। मदद मांगने वाले के साथ साथ पुलिसकर्मियों के मोबाइल में भी एप का होना अनिवार्य है। सेपरही थाने के अधिकतर पुलिसकर्मियों ने एप को डाउनलोड किया है।

आ रहा अपडेट वर्जन

एप तैयार करने वाले माधवम का कहना है कि बहन एप का अपेडेटेड वर्जन आ रहा है। तकनीकी दिक्कत के चलते इसे प्ले स्टोर से डिलीट किया गया है। उनके अनुसार एक माह में नया वर्जन प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगा। एप के द्वारा महिलाएं-लड़कियाें को संकट के समय में सहायता मिलने में आसानी होगी। एप में दिए हेल्प बटन दबाने पर दो विकल्प आएंगे। नोटिफाइड पुलिस व सामान्य यूजर्स। नोटिफाइड पुलिस पर क्लिक करते ही आसपास के अलावा छह किमी के दायरे में मौजूद पुलिसकर्मियों तक सहायता का संदेश पहुंच जाएगा। वहीं सामान्य यूजर्स पर क्लिक कर एप से जुड़े लोगों तक संदेश दिया जा सकेगा।

आधा दर्जन लड़कियों ने ली मदद

एप का प्रयोग कर सेवरही निवासी एक दर्जन लड़कियों ने पुलिस की मदद ली है। माधवम ने बताया कि उसने पहल कर अपने संबंधित थाने के पुलिसकर्मियों के मोबाइल में एप डाउनलोड कराया था।


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