यूपी चुनाव 2022 : अलाव के पास चाय की चुस्की और होती चुनावी चर्चाएं
भनवापुर विकास खंड अंतर्गत रोहांव बुजुर्ग स्थित एक चाय के होटल पर सुबह ही आठ-दस की संख्या में लोग बैठे दिखाई दिए। पूर्व प्रधान मोतीलाल यादव ने कहा हम लोगों के जमाने में चुनाव फागुन की बयार से कम नहीं होता था।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सिद्धार्थनगर जिले के इटवा विधानसभा क्षेत्र में अभी प्रत्याशियों को लेकर तस्वीर साफ नहीं है। मगर चुनावी चर्चाएं जोर पकड़ चुकी हैं। कड़ाके की ठंड पड़ रही है तो चाय के होटलों के पास अलाव की व्यवस्था भी रहती है। आग के निकट बैठकर ग्रामीण चाय की चुस्की लेते हैं। राजनैतिक सरगर्मियों पर खुलकर बात भी करते हैं। कोई क्षेत्र में विकास के साथ प्रदेश और देश में उल्लेखनीय कार्यों का हवाला दे रहा है तो बेरोजगारी, खराब व्यवस्था और महंगाई को लेकर अपनी बातें रख रहा है।
डिजिटल जमाने में नहीं बन रहा चुनावी माहौल
भनवापुर विकास खंड अंतर्गत रोहांव बुजुर्ग स्थित एक चाय के होटल पर सुबह ही आठ-दस की संख्या में लोग बैठे दिखाई दिए। ठंड की वजह से जलाए गए अलाव पर कई लोग मौजूद थे। पूर्व प्रधान मोतीलाल यादव ने कहा हम लोगों के जमाने में चुनाव फागुन की बयार से कम नहीं होता था। अब तो सब कुछ बदल गया है। डिजिटल के जमाने में लगता ही नहीं है चुनाव निकट आ गया है।
जनता को विकास से मतलब
सुभाष कुमार ने कहा कि जनता को विकास से मतलब है, जो जनता के दर्द को करीब से महसूस करेगा, उसी को सफलता मिलेगी। राम अनुज ने कहा कि हमारे क्षेत्र में हर साल किसानों की फसल पानी में डूब जाती है। कई चुनाव आए और चले गए, लेकिन इसका निदान नहीं हो सका है। चुनाव में इसका मुद्दा जरूर उठना चाहिए। राजू ने कहा कि चुनाव में विकास, स्वास्थ्य, बाढ़ निजात जैसी समस्याओं का निदान का जो आश्वासन देगा, उसे वोट किया जाएगा।
छोटे लोहिया के विचारों को करें आत्मसात
सिद्धार्थनगर जिले में सपा कार्यकर्ताओं ने छोटे लोहिया के नाम से प्रसिद्ध जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि पार्टी कार्यालय पर मनाई। उनके चित्र पर माल्यापर्ण कर उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया। सपा के जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक लालजी यादव ने कहा कि मिश्रा ने दबे, कुचले वर्ग के लिए जीवन भर कार्य किया। पूर्व विधायक अनिल सिंह, विधायक अमर सिंह चौधरी, प्रदेश सचिव सपा विभा शुक्ला, महासचिव कमरुजमा खान, राम निवास राजभर, अंबिकेश श्रीवास्तव, राकेश दूबे आदि ने भी विचार रखे।