दुकानदार ने रास्ते के विवाद में कर दी थी बच्चे की हत्या, चार लोग हुए गिरफ्तार Gorakhpur News
बांसगांव के विशुनपुर में सात वर्षीय बच्चे का अपहरण कर हत्या करने वाले दुकानदार समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि 10 दिन पहले रास्ते के विवाद में बच्चे के स्वजन व आरोपितों से विवाद हो गया था।
गोरखपुर, जेएनएन : बांसगांव के विशुनपुर में सात वर्षीय बच्चे का अपहरण कर हत्या करने वाले दुकानदार समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि 10 दिन पहले रास्ते के विवाद में बच्चे के स्वजन व आरोपितों से विवाद हो गया था। इसी खुन्नस में दुकानदार ने बच्चे की हत्या कर दी, जिसमें भाई, भाभी व भतीजे ने उसकी मदद की।
चार मई को लापता हो गया था आलोक
सीओ बांसगांव श्यामदेव ने प्रेस वार्ता कर बताया कि विशनपुर गांव के रहने वाले ब्रह्मनंद का सात वर्षीय बेटा आलोक चार मई को लापता हो गया था। छह मई को आलोक का शव घर के पास झाड़ी में मिला। घटनास्थल पर पुलिस को एक शराब की टूटी हुई बोतल भी मिली थी, जिससे आलोक का गला रेता गया था। संदेह के आधार पर ब्रह्मनंद के पड़ोस में रहने वाले लवेश के घर की तलाशी ली गई तो वहां शराब की बोतल का डिब्बा मिल गया। इस पर लवेश को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि भाई के साथ चाऊमीन की दुकान चलाता है। 10 दिन पहले ब्रह्मनंद के घरवालों से रास्ते की जमीन को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें उनके घरवालों ने शराबी कहकर मजाक उड़ाया था।
गाना सुनाने और चाउमीन खिलाने के बहाने छत पर ले गया था आलोक को
गाना सुनाने और चाउमीन खिलाने के बहाने वह आलोक को छत पर ले गया। वहां पर उसका मुंह बांध दिया और फिर शराब पीने के बाद गला दबा दिया। कुछ देर बाद बोरे में शव रख झाड़ी के पास पहुंचा, जहां शराब की बोतल तोड़कर उसका गला रेत दिया। हत्या करने के बाद शव को पोखरे में फेंकना चाहता था, लेकिन आवाजाही की वजह से झाड़ी में ही छोड़ दिया। सीओ ने बताया कि लवेश के भाई गौरीशंकर उसकी पत्नी सीमा देवी और बेटे विपिन को घटना की जानकारी थी। शव को छिपाने में उन्होंने लवेश की मदद की थी। चारों आरोपितों को विशुनपुर मुर्गी फार्म के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।