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Coronavirus: गोरखपुर में प्रमुख हड्डी रोग विशेषज्ञ समेत सात की मौत, 285 में मिला संक्रमण Gorakhpur News

हड्डी रोग विशेषज्ञ 65 वर्षीय डॉ. केआर आजमी की कोरोना से मौत हो गई। इस तरह से गुरुवार को कुल सात लोगों की कोरोना से मौत हो गई।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 03 Sep 2020 10:36 PM (IST)Updated: Thu, 03 Sep 2020 10:36 PM (IST)
Coronavirus: गोरखपुर में प्रमुख हड्डी रोग विशेषज्ञ समेत सात की मौत, 285 में मिला संक्रमण Gorakhpur News
Coronavirus: गोरखपुर में प्रमुख हड्डी रोग विशेषज्ञ समेत सात की मौत, 285 में मिला संक्रमण Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना से मरने वालों की संख्‍या लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार को सात संक्रमितों की मौत हो गई। इसमें एक मरीज देवरिया का था और दो की मौत पोर्टल पर अपलोड नहीं हुई है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने सिर्फ चार मौतों का आंकड़ा जारी किया है। गुरुवार को कोरोना संक्रमण के कुल 1071 नमूनों की जांच हुई। 786 निगेटिव व 282 में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसमें 175 मरीज शहर के हैं। इस तरह से जिले में संक्रमितों की संख्या अब 10 हजार पार गई है। अब तक कुल 10210 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 138 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि इनमें से 7089 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। इस समय जनपद में कुल 2983 सक्रिय रोगी हैं। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने इसकी पुष्टि की।

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हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. केआर आजमी का पीजीआइ में निधन

शहर के हड्डी रोग विशेषज्ञ 65 वर्षीय डॉ. केआर आजमी का संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआइ) में बुधवार की देर रात निधन हो गया। उन्हें फेफड़े में संक्रमण था। न्यू माधवपुर निवासी 42 वर्षीय रामू शर्मा को 25 अगस्त को बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल के कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया। इलाज के दौरान बुधवार की देर रात मौत हो गई। इसी अस्पताल में पिपराइच निवासी 72 वर्षीय लक्ष्मी नारायण यादव को 31 अगस्त को व देवरिया जिले के रामपुर कारखाना निवासी 45 वर्षीय इंद्रजीत सिंह को 30 अगस्त को भर्ती किया गया। गुरुवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। इसके अलावा 45 वर्षीय शमीना खान, 48 वर्षीय सैदुल हसन व 75 वर्षीय नारायण दास की भी कोरोना से मौत हो गई।

बिना जांच किए कर दिया कोरोना वार्ड में भर्ती

मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में अंधियारी बाग निवासी 55 वर्षीय रेनू चावला को बिना जांच कराए ही सोमवार को भर्ती कर लिया गया। उसी दिन दोपहर बाद तीन बजे उनकी मौत हो गई। जांच के लिए उनका नमूना लिया गया। बाद में रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने कहा कि गंभीर स्थिति में यदि कोई संदिग्ध मरीज आता है तो बिना जांच कराए भी एहतियात के तौर पर उसे कोरोना वार्ड में भर्ती कर लिया जाता है।


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