Move to Jagran APP

गोरखनाथ मंदिर में सात दिवसीय श्रद्धांजलि समारोह कल से, देश भर के व‍िद्वान होंगे शाम‍िल

महंत दिग्विजयनाथ की 52वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर सात दिवसीय श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन 18 से 24 सितंबर तक गोरखनाथ मंदिर में होगा। कार्यक्रम में देशभर के जाने माने व‍िद्वान लोग भाग लेंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 11:26 AM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 11:26 AM (IST)
गोरखनाथ मंदिर में सात दिवसीय श्रद्धांजलि समारोह कल से, देश भर के व‍िद्वान होंगे शाम‍िल
ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 52वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 52वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर सात दिवसीय श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन 18 से 24 सितंबर तक गोरखनाथ मंदिर में होगा। साप्ताहिक श्रद्धांजलि समारोह के अंतर्गत 17 सितंबर से साप्ताहिक ‘श्रीमद्भागवदगीता के भारतीय सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में भगवान श्रीराम-श्रीकृष्ण कथा का तात्त्विक विवेचन’ विषय पर अयोध्या धाम से आए जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य श्रद्धालुओं को कथा अमृत का रसपान कराएंगे।

loksabha election banner

दिग्विजयनाथ की 52वीं एवं अवेद्यनाथ की सातवीं पुण्यतिथि पर एक सप्ताह तक चलेगा कार्यक्रम

यह बातें गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने कहीं। वह गोरखनाथ मंदिर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सात दिवसीय श्रद्धांजलि समारोह के संबंध में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ महंत अवेद्यनाथ धर्म, संस्कृति, शिक्षा, समाज एवं राष्ट्र के लगभग सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बहुआयामी एवं लोक संग्रही व्यक्तित्व सेे अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की थी। देश में वे आध्यात्मिक-सामाजिक पुनर्जागरण के अग्रदूत के रूप में प्रतिष्ठित हुए तो पूर्वी उत्तर प्रदेश में शैक्षिक पुनर्जागरण के अग्रदूत बनकर उभरे। उनके सपनों के समर्थ भारत के पुनर्निर्माण एवं हिन्दू समाज के पुनर्जागरण के लिए हम सभी उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर प्रतिवर्ष समारोहपूर्वक आयोजन के माध्यम से प्रेरणा ग्रहण करते हैं। इस वर्ष भी सात दिवसीय श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश के अनेक संत, महात्मा, धर्माचार्य, विद्वतजन व समाजसेवी भाग लेंगे। पत्रकारवार्ता के दौरान महाराण प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह भी मौजूद रहे।

श्रद्धांजलि समारोह के अंतर्गत आयोजित होने वाले कार्यक्रम

18 सितंबर को उद्घाटन समारोह के अंतर्गत् ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना ही समर्थ भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा’ विषयक सम्मेलन।

19 सितंबर को ‘वैश्विक महामारी कोरोना एवं हमारा स्वास्थ्य’ विषयक संगोष्ठी।

20 सितंबर को ‘सामाजिक समरसता में संतों का योगदान’ विषयक पर संगोष्ठी।

21 सितंबर को ‘संस्कृत एवं भारतीय संस्कृति’ विषय पर संगोष्ठी।

22 सितंबर को ‘भारतीय संस्कृति एवं गो-सेवा’ विषयक सम्मेलन।

23 सितंबर को महंत दिग्विजयनाथ की श्रद्धांजलि कार्यक्रम।

24 सितंबर को महंत अवेद्यनाथ की श्रद्धांजलि सभा।

23-24 सितंबर को अखंड मानस पाठ तथा भंडारा होगा।

23 को महंत दिग्विजयनाथ व 24 को महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का होगा अनावरण

प्रधान पुजारी कमलनाथ ने बताया कि 23 सितंबर को महंत दिग्विजयनाथ की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके नाम पर स्थापित महंत दिग्विजयनाथ पार्क में उनकी आदमकद प्रतिमा का अनावरण सम्पन्न होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अध्यक्षता में होने वाले कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के शिक्षा व कौशल विकास एवं कौशल उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान उपस्थित होंगे। महंत अवेद्यनाथ पुण्यतिथि के अवसर पर 24 सितम्बर को गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय, चौक बाजार, महराजगंज के परिसर में ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की दिव्य प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे एवं भारत सरकार के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। विशिष्ठ अतिथि के रूप में भारत सरकार के वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी मौजूद रहेंगे।

देश के विभिन्न स्थानों से आएंगे कथावाचक

श्रद्धांजलि समारोह में देश के विभिन्न स्थानों से कथावाचक आएंगे। इनमें अयोध्या से जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य ‘विद्याभास्कर’, महंत अवधेशदास, महंत सुरेशदास, महंत राममिलनदास, नैमिषारण्य से स्वामी विद्या चैतन्य, आगरा से ब्रह्मचारी दासलाल, लक्ष्मणगढ़ सीकर राजस्थान से योगी प्रकाशनाथ एवं शेखावत, अयोध्या से स्वामी दिनेशाचार्य, रोहतक से महंत बालकनाथ, वाराणसी से महंत संतोषदास सतुआ बाबा, प्रयागराज से स्वामी गोपाल, अयोध्या से डा. रामबिलासदास वेदान्ती, जगद्गुरू स्वामी श्रीधराचार्य, स्वामी राघवाचार्य, ओडीसा से महंत शिवनाथ, प्रयागराज से जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानन्द, अयोध्या से स्वामी बृजमोहनदास, महंत राजूदास, स्वामी धर्मदास, गुजरात से महंत शेरनाथ, जबलपुर से स्वामी नरसिंहदास, गाजियाबाद से स्वामी नारायण गिरी, मकालिकापीठ दिल्ली से महंत सुरेन्द्रनाथ, अयोध्या से स्वामी विश्वेस प्रपन्नाचार्य, बड़ोदरा से महंत गंगादास आदि प्रमुख हैं।

साप्ताहिक सम्मेलन में होंगे इनके संबोधन

साप्ताहिक सम्मेलन में संबंधित विषयों पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की निदेशक डा. सुरेखा किशोर, संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी, गोरखपुर विश्वविद्यालय के रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा, बीआरडी मेडिकल कालेज के डा. राजकिशोर सिंह, गोरखपुर विश्वविद्यालय राजनीतिशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. गोपाल प्रसाद, गीता प्रेस के प्रबंधक डा. लालमणि त्रिपाठी, उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अतुल सिंह आदि लोग अपने विचार रखेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.