महंत दिग्विजयनाथ व महंत अवेद्यनाथ पुण्यतिथि समारोह आज से शुरू होगा, सीएम योगी भी रहेंगे मौजूद Gorakhpur News
सात दिन तक चलने वाले महंत दिग्विजयनाथ व महंत अवेद्यनाथ पुण्यतिथि समारोह सोमवार से शुरू होने जा रहा है। कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ व महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि पर आयोजित सात दिवसीय पुण्यतिथि समारोह की औपचारिक शुरुआत सोमवार को होगी। छह सितंबर तक चलने वाले इस समारोह के पहले दिन ’श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का शुभारंभ, भारत में नए युग का शुभारंभ’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन होगा। आॅनलाइन संगोष्ठी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी संबोधित करेंगे और निर्धारित विषय पर अपने विचार रखेंगे। संगोष्ठी शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री लखनऊ लौट जाने का संभावित कार्यक्रम है।
समारोह के तहत पहले दिन आयोजित संगोष्ठी को मुख्यमंत्री करेंगे संबोधित
’श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का शुभारंभ, भारत में नए युग का शुभारंभ’ विषय पर रखेंगे विचार
मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि समारोह के अंतर्गत समसामायिक विषयों पर चलने वाली संगोष्ठी सोमवार से शुरू हो रही है। सुबह 10:30 बजे से आनलाइन शुरू होने वाली संगोष्ठी को महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय वर्धा के कुलपति प्रो. रजनीश शुक्ल एवं भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के निदेशक डॉ. ओमजी उपाध्याय भी संबोधित करेंगे। शाम तीन से छह बजे तक स्वामी राघवाचार्य रविवार से शुरू हुए श्रीरामकथा ज्ञानयज्ञ के सिलसिले को आगे बढ़ाएंगे। संगोष्ठी और रामकथा का लाइव प्रसारण गोरखनाथ मंदिर के फेसबुक पेज और यूट्यूब पर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री करेंगे 300 बेड के कोविड अस्पताल का उद्घाटन
सोमवार को जिले को एक बड़ी सौगात मिलने की संभावना थी, जो अधूरी तैयारियों के चलते टल गई। बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज के 500 बेड बाल सेवा संस्थान में 300 बेड का कोविड लेवल टू व थ्री अस्पताल तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा इसके उद्घाटन की संभावना को लेकर तैयारियां की गई थीं। लेकिन अब अस्पताल पूरी तरह तैयार होने के बाद मुख्यमंत्री पांच सितंबर को उद्घाटन करेंगे। 300 बेड वाले कोविड वार्ड में तैयारियों में कुछ कसर रह गई है। वार्ड में ड्यूटी के लिए नए डॉक्टरों की टीम अभी बीआरडी को नहीं मिल पाई है। रविवार को वेंटिलेटर स्टॉल किए जा रहे थे। उनका ट्रायल व टेस्टिंग नहीं हो सकी है। हालांकि पैरामेडिकल स्टॉफ की ट्रेनिंग पूरी हो गई। ऐसे में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से एक हफ्ते की मोहलत मांगी है। इसके साथ ही ढाई करोड़ रुपये की लागत से माइक्रोबायोलॉजी विभाग में तैयार बॉयोसेफ्टी लैब (बीएसएल) लेवल थ्री का भी शुभारंभ हो सकता है। यह प्रदेश का पहला मेडिकल कॉलेज हैं, जहां यह लैब तैयार की गई है।