बिहार से तस्करी कर पंजाब ले जाए जा रहे थे सात बच्चे, दो तस्कर गिरफ्तार Gorakhpur News
बिहार के कटिहार से पंजाब के अमृतसर ले जाए जा रहे नाबालिगों को एंटी ह्युमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर मुक्त कराया। गिरफ्तार किए गए दोनो आरोपित बिहार के भागलपुर और कटिहार जिले के हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। बिहार के कटिहार से पंजाब के अमृतसर पंजाब ले जाए जा रहे नाबालिगों को बुधवार रात एंटी ह्युमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने मुक्त कराया। आरोपितों को गिरफ्तार करके टीम ने जेल भेज दिया है। आरोपितों का नाम कुमोद सिंह निवासी श्रीपुर अमघट्टा वार्ड नंबर एक नौगछिया जिला-भागलपुर, सुजेन कुमार दास निवासी मानिकपुर वार्ड नंबर छह फतेहपुर, बरसोईघाट जिला-कटिहार, बिहार है।
एएचटीयू गोरखपुर को सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति मानव तस्करी कर कुछ बच्चों को बालश्रम के लिए ट्रेन नंबर 02407 (कर्मभूमि न्यू जलपाईगुडी) के जरिये अमृतसर लेकर जा रहे हैं। सूचना पर टीम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म चार पर पहुंच गई। वह रात 9.40 बजे आरोपितों के चंगुल से बच्चों को मुक्त कराया। एएचटीयू के प्रभारी अजीत प्रताप सिंह के मुताबिक बच्चों को बालश्रम के लिए अमृतसर ले जाया जा रहा था। टीम इस दौरान रात करीब दो बजे तक बच्चों के बचाव में जुटी रही। बच्चों को टीम ने चाइल्ड लाइन को सौंप दिया है। आरोपितों के विरुद्ध कैंट थाने में मुकदमा पंजीकृत कर उन्हें जेल भेज दिया गया। आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में एएचटीयू गोरखपुर के प्रभारी उप निरीक्षक अजीत प्रताप सिंह, हेड कांस्टेबल नीरज सिंह,कांस्टेबल बृज किशोर सिंह, अमिताभ बच्चन, सतीश जायसवाल आदि शामिल रहे।
गगहा में भटकता मिला बच्चा
गगहा क्षेत्र के हाटा बाजार में गुरुवार को दोपहर में भटकता मिला बच्चा बेलीपार क्षेत्र के डवरपार का है। उसकी पहचान शैलेश यादव के 13 वर्षीय पुत्र आदित्य के रूप में हुई है। डवरपार निवासी शैलेष यादव ने सोशल मीडिया पर फोटो देखकर बेटे की पहचान की। बच्चे की मां सावित्री ने बताया कि आदित्य मानसिक रूप से कमजोर है। बुधवार को दोपहर बाद वह घर से निकला था। शाम को जब वह घर नहीं आया तो काफी खोजबीन की और उसके न मिलने पर बेलीपार थाने में तहरीर दी गई थी। गगहा प्रभारी रामप्रवेश सिंह ने बताया कि बच्चे के स्वजन को थाने पर बुलाया गया है।
भटकती मिलीं सगी बहनों को माता-पिता को सौंपा
संतकबीर नगर के बड़की बारीडीहा से भटक कर खजनी पहुंची दो सगी बहनों को थानाध्यक्ष गजनी मृत्युंजय राय ने माता- पिता के हवाले कर दिया। पिता अब्दुल हकीम ने बताया कि बुधवार को 12 वर्षीय आशिया छोटी बहन साबिया के साथ सामान खरीदने गई और वापस नहीं आई तो तलाश शुरू हुई और न मिलने पर धनघटा थाने में तहरीर दी।