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रेलवे के पेंशन अदालत में कुछ को मिली राहत, बहुतों को निराशा

गोरखपुर में ोलवे ने पेंशन अदालत में कुछ मामलों का निस्तारण हुआ तो कई मामालों में तमाम लोगों को निराशा ही मिली।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Aug 2019 08:32 AM (IST)Updated: Sat, 24 Aug 2019 08:32 AM (IST)
रेलवे के पेंशन अदालत में कुछ को मिली राहत, बहुतों को निराशा
रेलवे के पेंशन अदालत में कुछ को मिली राहत, बहुतों को निराशा

गोरखपुर, जेएनएन। रेल अधिकारी क्लब में पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर के लिए लगाई गई 40वीं पेंशन अदालत में 68 मामले आए थे। जिसमें 45 का मौके पर ही निपटारा हो गया। शेष रिटायर्ड रेलकर्मी निराश वापस लौट गए।

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सातवें वेतन आयोग के अनुसार पेंशन संशोधन

लगभग तीन घंटे तक चली अदालत में संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों ने मुख्यालय से 33 व यांत्रिक कारखाना से 35 आवेदनों पर चर्चा और बहस की। जिसमें 19 मामलों में सातवें वेतन आयोग के अनुसार पेंशन संशोधन किया गया। छह मामलों में चेक से भुगतान हुआ। सात में बैंक को निर्देशित किया गया। सात में भुगतान की प्रक्रिया शुरू कराई गई। छह मामले रेलवे बोर्ड को भेजे गए। इसके अलावा 20 मामले पेंशन अदालत से संबंधित नहीं पाए गए। चार आवेदन पार्टी स्तर पर ही रह गए।

उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्वोत्तर रेलवे के अपर महाप्रबंधक आनंद प्रकाश ने किया। इस मौके पर प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी एलबी राय, प्रधान वित्त सलाहकार एनपी पांडेय, पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ब्रह्मानंद सिंह, एनई रेलवे मजदूर यूनियन के संयुक्त महामंत्री नवीन कुमार मिश्र सहित कार्मिक और लेखा विभाग के संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा आदि मौजूद थे।

पेंशन रिवाइज और एरियर भुगतान के लिए दौड़ रहे बुजुर्ग

रिटायर्ड रेलकर्मियों की सुविधा के लिए समय-समय पर पेंशन अदालत लगती रहती है। इसके बाद भी पूर्व रेलकर्मियों की मुश्किलें कम नहीं होती। पेंशन अदालत में पहुंचे कुछ रेलकर्मियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया। कुछ पेंशन में संशोधन के लिए परेशान थे तो कई एरियर भुगतान के लिए कई साल से दौड़ रहे हैं। अदालत में भी समाधान नहीं हुआ तो थके कदमों से निराश घर को लौट गए।

रिटायर होने के बाद मिली पदोन्नति

सेवानिवृत्त सीनियर सेक्शन इंजीनियर सतीश चंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि रिटायर होने के बाद मुझे पदोन्नति मिली, लेकिन अभी तक पेंशन में उसका लाभ नहीं मिल रहा। अधिकारियों का कहना है कि चार बार पदोन्नति मिल चुका है, अब नहीं मिलेगा। जबकि नियम ऐसा नहीं है।

पेंशन में नहीं मिल रहा अवकाश लाभ

रिटायर्ड ग्रेड वन रेलकर्मी सत्यदेव शर्मा का कहना है कि पेंशन में अवकाश का लाभ नहीं मिल रहा। विभाग ने मेरा पूरा अवकाश नहीं चढ़ाया है। अधिकारियों का कहना है कि उनकी फाइलों में अवकाश सही है। जबकि, मेरे पास भी अवकाश की मूल कॉपी है। वहीं रिटायर्ड ग्रेड टू रेलकर्मी गुलाब चंद का कहना है कि पेंशन में 2800 ग्रेड पे का लाभ नहीं मिल रहा है। वर्ष 2014 में रिटायर हुआ था, लेकिन अभी तक 2400 ग्रेड पे के आधार पर ही पेंशन मिल रहा है। हालांकि, अधिकारियों ने विभाग में बुलाया है।

नहीं हुआ एरियर का भुगतान

सेवा निवृत्त गार्ड वाराणसी मंडल मेवालाल का कहना है कि वर्ष 2009 में रिटायर हुआ। आज तक सातवें वेतन आयोग से संबंधित एरियर का भुगतान नहीं हुआ है। कोई सुनवाई नहीं हो रही। रेलकर्मी छोटा भाई कुंभनाथ भी एरियर के लिए चक्कर लगा रहा है।


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