जेठ के महीने में सावन जैसी बारिश, चक्रवाती तूफान यास दिखा रहा अपना असर Gorakhpur News
Rain in gorakhpur बंगाल की खाड़ी के चक्रवाती तूफान यास ने उसके तेवर को चढऩे नहीं दिया। और नहीं तो सावन की तरह लगातार बारिश कराकर उनकी मान्यताओं को धराशायी करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। अभी जेठ ही चल रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। कई बार विशाल अनुभव के आधार पर मानव द्वारा स्थापित मान्यताएं भी प्रकृति की खेल में फेल हो जाती है। जेठ के महीने में हो रही सावन सी बारिश इसकी तस्दीक है। जेठ को चढ़े हुए चार दिन बीत चुके हैं लेकिन अबतक उसे अपनी मान्यता के मुताबिक तेवर दिखाने का अवसर नहीं मिल सका है। बंगाल की खाड़ी के चक्रवाती तूफान यास ने उसके तेवर को चढऩे नहीं दिया। और नहीं तो सावन की तरह लगातार बारिश कराकर उनकी मान्यताओं को धराशायी करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है।
बारिश का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह अनवरत जारी है। मौसम विभाग के पैमाने पर इस दौरान बारिश रिकार्ड की जा चुकी है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के मुताबिक इसकी वायुमंडलीय परिस्थितियां बनी हुई हैं। उत्तरी बिहार से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक हवा के कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी की ओर से 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से लगतार चल रही पुरवा हवाओं की वजह से इस इलाके में 25 हजार फीट की ऊंचाई पर चक्रवाती हवा का क्षेत्र अलग से बन गया है, जो बारिश में निम्न वायुदाब क्षेत्र का सहयोग कर रहा है। इस आधार पर मौसम विशेषज्ञमध्यम से लेकर भारी बारिश का पूर्वानुमान जता रहे हैं। रविवार को मौसम साफ होने का बात मौसम विशेषज्ञ कह रहे हैं।
मई में हो चुकी है औसत से सात गुना बारिश
पहले अरब सागर के चक्रवाती तूफान टाक्टे और फिर बंगाल के चक्रवाती तूफान यास ने मई को पूरी तरह बारिश के पानी से सराबोर कर दिया है। इसके चलते मई में बारिश के प्राप्त आकड़ों के अनुसार सारे रिकार्ड ध्वस्त हो चुके हैं। मौसम विभाग के पैमाने पर इस बार की मई में 315 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की जा चुकी है। बारिश का यह आंकड़ा कितना अधिक है, इसका अंदाजा मई में होने वाली बारिश के औसत आकड़ें से लगाया जा सकता है। औसत आंकड़ा महज 45 मिलीमीटर है। ऐसे में अबतक औसत से सात गुना बारिश इस बार मई में हो चुकी है। रिकार्ड की बात करें तो 121 वर्ष के प्राप्त आंकड़ों में अभी तक इतनी बारिश कभी नहीं हुई है।
78 साल का सबसे ठंडा मई
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। प्राप्त आंकड़ों से अगर इसकी तुलना करें तो बीते 78 वर्षों में मई का यह सबसे कम अधिकतम तापमान है। मई में औसत अधिकतम तापमान की बात करें तो यह 38 डिग्री सेल्सियस है जबकि इस बार यह 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। इसके चलते ही इस बार मई में लोगों को उस तरह गर्मी का अहसास नहीं हुआ, जिसके लिए यह महीना जाना जाता है।