सेहत के लिए फिक्रमंद समूह की महिलाएं तैयार कर रहीं सेनेटरी नैपकिन
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी ने पिछले माह चार मार्च को इकाई का उद्घाटन किया। सेनेटरी नैपकिन तैयार करने के लिए पंचायत विभाग के अंतर्गत पंचायत उद्योग राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन व स्वागत महिला संकुल संघ के बीच अनुबंध हुआ है।
देवरिया: स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर होने के साथ ही आधी आबादी के सेहत के लिए भी फिक्रमंद हैं। पंचायत उद्योग की मदद से विकास भवन परिसर में खुले प्रेरणा सेनेटरी नैपकिन इकाई में महिलाएं सस्ते दर पर सेनेटरी नैपकिन तैयार कर रही हैं। इसके पैकेजिग व भंडारण का कार्य शुरू हो गया है। गांवों की गरीब महिलाओं तक इसे पहुंचाने का खाका तैयार किया जा रहा है।
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी ने पिछले माह चार मार्च को इकाई का उद्घाटन किया। सेनेटरी नैपकिन तैयार करने के लिए पंचायत विभाग के अंतर्गत पंचायत उद्योग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन व स्वागत महिला संकुल संघ के बीच अनुबंध हुआ है। स्वयं सहायता समूह की आठ महिलाएं प्रतिदिन दस हजार नैपकिन तैयार कर रही हैं।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व डीसी एनआरएलएम सुमित यादव ने बताया कि समूह की महिलाओं का यह अच्छा प्रयास है। इसकी गुणवत्ता बेहतर है। यह सस्ता भी है। बाजार में उपलब्ध अन्य नैपकिन की तुलना में सुरक्षित विकल्प है। बाजार में बिक रही नैपकिन की तुलना में कमतर नहीं
बाजार में महंगे दामों पर उपलब्ध सेनेटरी नैपकिन से इसकी गुणवत्ता कम नहीं है। राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) के साथ आइएस 5405 प्रमाणित है। यह सस्ते होने के साथ-साथ बायोडिग्रेडेबल है। यानी इसे बनाने में ऐसे पदार्थों का इस्तेमाल किया गया है जो उपयोग के साथ नष्ट हो जाएगा। यह महिलाओं के व्यक्तिगत स्वच्छता, स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होगा। दुकानों के अलावा आनलाइन भी होगी बिक्री
सेनेटरी नैपकिन हर महिला को आसानी से उपलब्ध हो सके, इसके लिए दुकानों के अलावा आनलाइन बिक्री की जाएगी। इसकी कीमत काफी कम तय की गई है। छह सेनेटरी पैड वाले एक पैकेट की कीमत 25 रुपये तय की गई है। ग्राम स्तर पर समूह की महिलाएं इसे बेच सकेंगी।