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डेंजर जोन में हो रहा बालू खनन, किसानों की चिता बढ़ी

बरहज क्षेत्र में कटान की विभीषिका को देखते हुए प्रशासन ने वर्ष 2009 में कपरवार से लेकर बरहज और भागलपुर में बालू खनन पर रोक लगाते हुए डेंजर जोन घोषित किया था जिसके बाद से बालू खनन बंद था। हाल के दिनों में कुछ लोगों ने रायपुर चकलाल एक एकड़ और पैना खादर में एक एकड़ में खेत में बालू जमा हो जाने से सिल्ट हटाने के लिए अनुमति ली है। इसके बाद यहां जेसीबी मशीन लगाकर बालू खनन करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों के विरोध के बाद उपजिलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर खनन कार्य करने पर रोक लगाते हुए मशीनें हटवा दी थी। ट्राली ट्रैक्टर को भी प्रशासन ने हटवा दिया। पैना मेहियवां और कोटवां गांव के निकट सरयू नदी तट से बड़ी मशीन लगाकर बालू खनन किए जाने का मामला एक पखवारे से चर्चा में है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 06:52 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 06:52 PM (IST)
डेंजर जोन में हो रहा बालू खनन, किसानों की चिता बढ़ी
डेंजर जोन में हो रहा बालू खनन, किसानों की चिता बढ़ी

देवरिया: जनपद के दक्षिणी छोर पर स्थित सरयू नदी का किनारा कटान से खासा प्रभावित है। खेतों से लेकर कई गांवों का अस्तित्व सरयू नदी मिटा चुकी है। बावजूद इसके बालू के धंधेबाज खनन कार्य को किसी न किसी प्रकार से करने में जुटे रहते हैं। हाल के दिनों में मेहियवा और पैना में बालू खनन को लेकर मामला गर्म है। लोग इसका विरोध कर रहे हैं। डेंजर जोन में बालू खनन पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।

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सामाजिक कार्यकर्ता अजय प्रताप सिंह, ग्राम प्रधान पैना रवि प्रताप सिंह, ग्राम प्रधान कोटवा पद्माकर मिश्र, अजय यादव बहुगुणा एडीएम वित्त नागेंद्र कुमार सिंह से मिले और खनन कार्य को नियम विरुद्ध बताते हुए रोक लगाने की मांग की। एडीएम ने बालू से ढके खेत से बालू हटाने को लेकर सीमांकन कराकर नियमानुसार कराने के लिए उपजिलाधिकारी और खनन अधिकारी को निर्देश दिया है।

बरहज क्षेत्र में कटान की विभीषिका को देखते हुए प्रशासन ने वर्ष 2009 में कपरवार से लेकर बरहज, और भागलपुर में बालू खनन पर रोक लगाते हुए डेंजर जोन घोषित किया था, जिसके बाद से बालू खनन बंद था। हाल के दिनों में कुछ लोगों ने रायपुर चकलाल एक एकड़ और पैना खादर में एक एकड़ में खेत में बालू जमा हो जाने से सिल्ट हटाने के लिए अनुमति ली है। इसके बाद यहां जेसीबी मशीन लगाकर बालू खनन करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों के विरोध के बाद उपजिलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर खनन कार्य करने पर रोक लगाते हुए मशीनें हटवा दी थी। ट्राली ट्रैक्टर को भी प्रशासन ने हटवा दिया। पैना, मेहियवां और कोटवां गांव के निकट सरयू नदी तट से बड़ी मशीन लगाकर बालू खनन किए जाने का मामला एक पखवारे से चर्चा में है। ग्रामीणों का कहना है कि मशीन लगाकर बालू निकालने का काम किया जा रहा था, जबकि ऐसा नियम नहीं है। सामाजिक कार्यकर्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि यह क्षेत्र सरयू नदी के कटान की विभीषिका को देखते हुए डेंजर जोन घोषित किया है। रामजानकी मार्ग, पैना शहीद स्मारक को खतरा उत्पन्न हो सकता है।

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खनन रोकवाया गया है। खेत में बालू जमा होने की अनुमति ली गई है। उसका सीमांकन कराकर नियमानुसार सिल्ट हटाने की अनुमति दी जाएगी। मशीन से खनन नहीं होगा।

ध्रुव कुमार शुक्ल,

उपजिलाधिकारी

बरहज


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