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Gorakhpur Coronavirus: गोरखपुर में कोरोना का खौफ, मास्क की बिक्री आठ गुना ज्‍यादा

15 मार्च के बाद से लगातार संक्रमितों की संख्या में वृद्धि होने से लोग सतर्क हो गए हैं। दिसंबर 2020 के बाद से ही ओटी मास्क में 10 गुना की कमी आ गई थी और के95 मास्क की बिक्री लगभग बंद हो गई थी।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 01:32 PM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 05:44 PM (IST)
Gorakhpur Coronavirus: गोरखपुर में कोरोना का खौफ, मास्क की बिक्री आठ गुना ज्‍यादा
मास्‍क लगाई युवती का फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना का संक्रमण और उसका खौफ बढऩे से लोग सतर्क हो गए हैं। मास्क व सैनिटाइजर की बिक्री में जहां अचानक तेजी आ गई है वहीं, बाजार से लोकल सैनिटाइजर लगभग खत्म हो गए हैं। ब्रांडेड कंपनियों के सैनिटाइजर की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है। फिर भी अभी जरूरत के मुताबिक उपलब्धता है। दवा की थोक मंडी भालोटिया बाजार में मास्क, सैनिटाइजर खरीदने वालों की भीड़ बढ़ गई है।

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15 मार्च के बाद से लगातार संक्रमितों की संख्या में वृद्धि होने से लोग सतर्क हो गए हैं। दिसंबर 2020 के बाद से ही ओटी मास्क में 10 गुना की कमी आ गई थी और के95 मास्क की बिक्री लगभग बंद हो गई थी। इस साल 25-26 मार्च के बाद ओटी मास्क की बिक्री सात-आठ गुना बढ़ गई है। के95 मास्क की भी मांग आनी शुरू हो गई है। लोकल कंपनियां सैनिटाइजर बनाना बंद कर दी हैं, उनके बनाए बचे हुए पांच लीटर के गैलन वाले सैनिटाइजर बिक रहे हैं। 100 मिली से लेकर आधा लीटर तक के लोकल सैनिटाइजर बाजार से गायब हैं। ब्रांडेड कंपनियों के सैनिटाइजर की मांग ज्यादा है लेकिन मांग के सापेक्ष आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

भालोटिया से जर्मनी की एक कंपनी के सैनिटाइजर (आधा लीटर पैक) के तीन हजार पीस की मांग भेजी गई थी, आपूर्ति सिर्फ छह सौ पैक की हुई है।

बिक रहे सिर्फ भारतीय मास्क

अब व्यापारी चीन से मास्क नहीं मंगा रहे हैं। दिल्ली, आगरा व गीडा से बने मास्क भालोटिया में मंगाए जा रहे हैं। जनवरी से 25-26 दिसंबर तक ओटी मास्क की बिक्री प्रतिदिन लगभग 25 हजार पीस थी। जो अब बढ़कर एक लाख पीस हो गई है। के95 मास्क की बिक्री लगभग बंद हो गई थी। अब प्रतिदन करीब पांच सौ मास्क बिक रहे हैं। 

मास्क व सैनिटाइजर की कीमत (थोक में)

ओटी मास्क- 02 से 05 रुपये,

के95 मास्क- 20 से 70 रुपये,

लोकल सैनिटाइजर- 600 रुपये पांच लीटर,

ब्रांडेड सैनिटाइजर- 360 रुपये आधा लीटर,

रेमडेसिविर व फेबीफ्लू खत्म

कोरोना की दवा रेमडेसिविर इंजेक्शन व फेबिफ्लू टैबलेट बाजार से खत्म हो गया है। बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के साथ ही इन दवाओं की मांग भी आने लगी है। फेबिफ्लू 200एमजी, 400एमजी और 800एमजी के डोज में आता है। तीनों ही डोज के टैबलेट बाजार से गायब हो चुके हैं। इसके साथ ही दवा व्यापारियों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भेजी है लेकिन अभी उपलब्ध नहीं हो पाया है। सर्जिकल सामान के थोक व्यापारी राजर्षि बंसल का कहना है कि मास्क व सैनिटाइजर की मांग अब बढ़ गई है। सबसे ज्यादा बिक्री ओटी मास्क की है, जो दो से पांच रुपये के बीच में है। के95 मास्क अस्पताल व संक्रमितों के परिवार वाले मंगा रहे हैं।

दवा विक्रेता समिति के महामंत्री आलोक चौरसिया का कहना है कि कोरोना के मामले घट जाने के बाद बचा हुआ रेमडेसिविर व फेबिफ्लू टैबलेट कंपनियों को वापस कर दिया गया था। अब पुन: मांग भेजी गई है। शीघ्र ही बाजार में उपलब्ध हो जाएगा।


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