शिक्षकों ने स्कूल का चेहरा ही नहीं देखा, जानें-कैसे हर माह मिल रहा वेतन Gorakhpur News
विभागीय जानकारों की मानें तो अभी भी कई शिक्षक लापता हैं जिनकी जगह पर या तो दूसरा कोई नौकरी कर रहा है या अफसरों की मिलीभगत से उनकी हाजिरी बन रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया जनपद के कई परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक लंबे समय से ड्यूटी से गायब चल रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों की मेहरबानी से उनका वेतन भी निकल रहा है। अभी हाल में इसका पर्दाफाश होने के बाद बीएसए ओमप्रकाश यादव ने सख्त रुख अख्तियार किया है। उन्होंने जनपद के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से गायब रहने वाले शिक्षकों का ब्योरा मांगा है।
इन्हें मिल रहा बिना पढ़ाए वेतन
देवरिया के बीएसए ने भागलपुर के प्राथमिक विद्यालय कसिली नंबर दो का निरीक्षण किया था। यहां तैनात सहायक अध्यापक खुशबू मिश्रा का बिना विद्यालय आए ही हस्ताक्षर बनवाकर वेतन आहरित करने का मामला प्रकाश में आया। बीएसए ने प्रधानाध्यापक लक्ष्मीनारायण को निलंबित करते हुए सहायक अध्यापक को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा। साथ ही सेवा समाप्ति की चेतावनी दी। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी बीरबल राम से भी स्पष्टीकरण मांगा है।
दो साल से स्कूल नहीं आ रहीं, मिल रहा वेतन
उच्च प्राथमिक विद्यालय ठेंगवल दूबे की सहायक अध्यापक रेखा मिश्र के एक अगस्त 2017 से लगातार अनुपस्थित रहने पर प्रधानाध्यापक मारकंडेय दुबे का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया। यह तो बानगी भर है। जनपद में इस तरह के दर्जनों मामले हैं, जहां शिक्षक विद्यालय नहीं आ रहे हैं। अभिलेखों में उनकी उपस्थिति दिखाकर वेतन आहरण किया जा रहा है। वहीं एक वर्ष के भीतर छानबीन में एक दर्जन से अधिक मामले पकड़े जा चुके हैं, जिनमें अधिकतर फर्जी शिक्षक पाए गए।
अफसरों की मिलीभगत से बन रही हाजिरी
विभागीय जानकारों की मानें तो अभी भी कई शिक्षक लापता हैं, जिनकी जगह पर या तो दूसरा कोई नौकरी कर रहा है या अफसरों की मिलीभगत से उनकी हाजिरी बन रही है। इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश यादव ने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से जानकारी मांगी गई है।