आरटीआइ कार्यकर्ता ने दी आत्मदाह की धमकी, पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट
आरटीआइ कार्यकर्ता महेंद्र सिंह ने उच्चाधिकारियों को भेजे पत्र में उल्लेख किया था कि धर्मसिंहवा के पूर्व थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाकर पीड़ित कर रहे हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है जबकि उन्होंने आरटीआइ के जरिये कई भ्रष्टाचार के मामलों का पर्दाफास किया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। संतकबीर नगर में धर्मसिंहवा थाना क्षेत्र के सेवहा बाबू गांव के रहने वाले आरटीआइ कार्यकर्ता महेंद्र सिंह के द्वारा पूरे परिवार के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी के मामले में धर्मसिंहवा पुलिस ने लोकेशन के जरिए उन्हें गोरखपुर से सपरिवार पकड़ लिया। उन्हें उनके पैतृक निवास धर्मसिंहवा स्थित सेवहा बाबू में पुलिस की मौजूदगी में रखा गया। आरटीआइ कार्यकर्ता ने स्थानीय पुलिस पर खुद को नजरबंद करने का आरोप लगाया है।
पूर्व थानेदारपर झूठे मुकदमे में फंसाने का लगाया आरोप
आरटीआइ कार्यकर्ता महेंद्र सिंह ने उच्चाधिकारियों को भेजे पत्र में उल्लेख किया था कि धर्मसिंहवा के पूर्व थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाकर पीड़ित कर रहे हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है जबकि उन्होंने आरटीआइ के जरिये कई भ्रष्टाचार के मामलों का पर्दाफास किया है। उन्होंने इसी वजह से पूर्व थानेदार पर फर्जी मुकदमे मेंं फंसाकर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
लखनऊ जाकर राजभवन के सामने आत्मदाह करने की दी थी धमकी
थानाध्यक्ष की कार्यप्रणाली से तंग आकर उन्होंने परिवार के साथ लखनऊ स्थित राजभवन के सामने गणतंत्र दिवस के अवसर पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। चेतावनी के बाद पुलिस महेंद्र सिंह पर नजर रख रही थी। गणतंत्र दिवस के अवसर पर महेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें गोरखपुर से सपरिवार पकड़कर धर्मसिंह में स्थित सेवहा बाबू उनके पैतृक आवास पर लाया गया।
घर के बाहर तैनात रही पुलिस
बाहर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई। जिसके बाद वह पूरे दिन घर से नहीं निकल सके। उन्हें घर में ही नजरबंद किया गया था। थानाध्यक्ष धर्मसिंहवा अनिल कुमार सिंह ने बताया कि आत्मदाह की चेतावनी का पत्र मिलने के बाद एहतियात के तौर पर उनके घर के बाहर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई थी। जिससे कोई अप्रिय घटना घटित न होने पाए। आरटीआइ कार्यकर्ता के द्वारा पुलिस के ऊपर लगाए गए आरोप निराधार है।