India-Nepal Relationship: लाख बंदिशों के बाद भी कायम रहा रोटी-बेटी का रिश्ता, लॉकडाउन में भी सीमा पर बजती रही शहनाई
सीमा सील होने के बाद भी भारत-नेपाल के नागरिकों के बीच शादियां हुईं। मुख्य नाकों पर पाबंदी के चलते पगडंडियों के रास्ते बरात आ-जा रही है। दुश्वारियों के बाद भी लोग एक दूसरे देश में अपने बेटे व बेटियों का रिश्ता करने से परहेज नहीं कर रहे।
महराजगंज, विश्वदीपक त्रिपाठी। कोरोना संक्रमण के चलते भारत-नेपाल सीमा सील होने से दोनों देशों के बीच आवागमन प्रभावित है। इसके बाद भी सदियों से निभ रहे रोटी-बेटी के रिश्तों पर इसका खास असर नहीं पड़ा है। सीमा सील होने के बाद भी रिश्तों का निर्वहन बखूबी हो रहा है। इस वर्ष भी शादियां खूब हुईं। मुख्य नाकों पर पाबंदी के चलते पगडंडियों के रास्ते बरात आ-जा रही है। दुश्वारियों के बाद भी लोग एक दूसरे देश में अपने बेटे व बेटियों का रिश्ता करने से परहेज नहीं कर रहे। इस वर्ष महराजगंज जिले में 50 से अधिक शादियां नेपाल हो चुकी हैं।
पैदल ही सीमा पार कर रहे दूल्हा-दुल्हन
महरजागंज जिले के डगरूपुर टोला पिपरहवा निवासी राजन साहनी की शादी अप्रैल महीने में नेपाल के बूड़ंतवापुर जिला नवलपरासी में हुई। ठूठीबारी निवासी रामलगन की शादी नवलपरासी जिले में बीते माह हुई। संतोष कन्नौजिया निवासी ठूठीबारी की बरात भी बीते माह नेपाल के धकधई गई थी। सभी ने बताया कि सीमा पर पाबंदी के चलते वाहन ले जाना संभव नहीं था। ऐसे में शादी के बाद दुल्हन को पैदल ही भारत लाए।
उन्होंने बताया कि सीमा सील होने के चलते थोड़ी असुविधा तो है,लेकिन नेपाल कभी पराया देश नहीं लगा। एक दशक पूर्व दूल्हा बन नेपाल गए हरिपाल यादव निवासी दोगहरा, रामकिशुन यादव, आेंकार, रामसजन ने बताया कि शादी हुए 10 - 12 साल हो चुके हैं। दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंध चाहे जिस धारा में बह रहे हों, लेकिन रोटी-बेटी के रिश्ते पर इसका असर नहीं पड़ा।
शहनाई की धुन से गूंज रहा नोमेंस लैंड
भारत व नेपाल दोनों देशों की सीमा के बीच 60 फीट का नोमेंस लैंड छोड़ा गया है। यही भूमि दोनों के बीच सीमा का निर्धारण करती है। खाली भूमि पर पिलर गड़े हुए हैं। इस भूमि पर कोई भी देश निर्माण कार्य नहीं करा सकता है। नोमेंस लैंड भी इस वर्ष शहनाई की धुन से गूंज रहा है।
यह भी जानिए
भारत-नेपाल के बीच सीमा का लंबाई 1751 किमी
पिलरों की संख्या 8553 इनमें से 1956 क्षतिग्रस्त
महराजगंज में पिलरों की संख्या 44
महराजगंज में नेपाल से सटा सीमा क्षेत्र 65 किमी
एसएसबी की कुल सीमा चौकियां 455
नेपाल सीमा से जुड़े हैं उत्तर प्रदेश के सात जिले
पड़ोसी देश नेपाल की सीमा से उत्तर प्रदेश के सात जिले जुड़े हैं। महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, गोंडा, बहराइच व लखीमपुर खीरी सीधे तौर पर जुड़े हैं। यूपी के अलावा बिहार, उत्तराखंड व सिक्किम की सीमा भी नेपाल से जुड़ी है।
भारत व नेपाल के लोगों के बीच बेहतर रिश्ते हैं। दोनों देशों के लोगों की रिश्तेदारियां भी एक दूसरे देश में हैं। यह रिश्ता दिनोंदिन और मजबूत हो रहा है। नेपाल के पड़ोसी जिलों के समकक्ष अधिकारियों से वार्ता कर आपसी सामंजस्य को और बेहतर बनाने का प्रयास रहता है। डा.उज्ज्वल कुमार , डीएम, महराजगंज
भारत से उर्वरक खरीदेगा नेपाल
नेपाल के मंत्रिपरिषद की हुई बैठक में भारत सरकार के साथ रासायनिक उर्वरकों की खरीद के लिए कृषि और पशु धन विकास मंत्रालय को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। मंत्रालय के वरिष्ठ सचिव योगेंद्र कुमार कार्की ने बताया कि नेपाल ने भारत से पांच साल के लिए एक समझौता प्रस्ताव भेजा था। अनौपचारिक रिपोर्ट मिली हैं कि इसे पारित कर दिया गया है, लेकिन कोई आधिकारिक पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। जब नेपाल में उर्वरक की कमी हुई, तो भारत से सस्ते और गुणवत्तापूर्ण उर्वरक खरीदने का एक सैद्धांतिक प्रस्ताव मंत्रिपरिषद को प्रस्तुत किया गया था। कार्की ने यह दावा किया कि नेपाल की कुल रासायनिक उर्वरक मांग का 20 से 25 प्रतिशत भारत से आयात किया जाएगा।
सोनौली में अवैध रूप से चल रहा सीमा पार कराने का धंधा
कोरोना संक्रमण को लेकर भारत-नेपाल की सीमा को सील है। दोनों तरफ से आने-जाने पर पाबंदी लगी हुई है। ऐसे में अंतराष्ट्रीय सीमा सोनौली में अवैध तरीके से सीमा पार कराने का धंधा चल रहा है। माेटी रकम लेकर स्थानीय आटो चालक लोगों को इस पार से उस पार पहुंचा रहे हैं। इसका पर्दाफाश तब हुआ जब हरियाणा के प्रेमी युगल को एक आटो चालक 21 हजार रुपये में सीमा पार कराने ले जा रहा था। हरियाणा के कैथल थाना निवासी प्रेमी युगल घर से भागकर नेपाल जाने की फिराक में थे।
इसी को लेकर दोनों नेपाल सीमा पार करना चाहते थे। रात उन्होंने सीमा पार करने की कोशिश की तो उन्हें एसएसबी जवानों ने रोक दिया। बाद में उन्हें एक आटो चालक वाले ने सीमा पार कराने का आश्वासन दिया, बदले में उनसे 21 हजार रुपये की पेशकश की। दाेनों मान भी गए थे, लेकिन अंत में सीमा पार करते वक्त ही एसएसबी के जवानों ने उन्हें राेक लिया ताे आटो चालक भाग निकला। सोनौली के थानेदार दिनेश तिवारी ने कहा कि दोनों प्रेमी युगल के अनुसार आटो चालक ने उन्हें सीमा पार कराने का वादा किया था। आटो चालक के बारे में पता लगाया जा रहा है।
भारत में बिताए सुनहरे पलों को संजोकर फ्रांसीसी परिवार मुंबई रवाना
फ्रांस के टूलोज शहर से विश्व भ्रमण पर निकला पैट्रिस पैलारे व उनका कुनबा लगभग 14 माह बाद अपने वतन के लिए रवाना हो गया। फ्रांसीसी परिवार की मुंबई होते हुए फ्रांस जाने की योजना है। फरवरी 2020 में फ्रांसीसी परिवार अपने देश से विश्व यात्रा पर निकला था।
मार्च 2020 में बाघा बार्डर से भारत में प्रवेश करके लक्ष्मीपुर क्षेत्र के कोल्हुआ उर्फ सिंहोरवा में वे रुके थे। इस दौरान कोरोना कर्फ्यू होने के कारण शिव मंदिर में अपना आशियाना बनाकर रह रहे थे। पैट्रिस पैलारे, उनकी पत्नी वर्जिनी, बेटी ओफली, लोला व बेटा टाम के साथ भारतीय मित्र संजय यादव के गांव कोल्हुआ उर्फ सिंहोरवा में बिताए पल को याद किया। गांव के निवासी हरिकेश यादव की पत्नी कविता यादव व उनकी बेटी हर्षिता को दुलारते, गोदी में प्यार दुलार दिया। मोबाइल में सभी की फोटो कैदकर कर नम आंखों से रविवार की शाम मुंबई के लिए रवाना हो गए।